नालंदा : बिहार चुनाव के महागंठबंधन को पटखनी देने के लिए भाजपा ने कमर कस ली हैं. इसी कड़ी में रविवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी छपरा व हाजीपुर में चुनावी सभा को संबोधित करने के साथ ही नालंदा पहुंचे. नालंदा में जनसभा को संबोधित करने के दौरान पीएम मोदी ने एक बार फिर महागंठबंधन पर तीखा हमला बोला है. उन्होंने कहा कि बिहार की जनता यह चुनाव राज्य का भाग्य बदलने के लड़ रही है. नालंदा का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि आजादी के बाद इसके विकास के लिए किसी ने ध्यान नहीं दिया गया. उन्होंने कहा कि नीतीश को लगता है कि बिहार को सिर्फ तांत्रिक ही बचा सकते हैं. लेकिन बिहार को बचाने के लिए किसी जंतर मंतर की जरुरत नहीं हैं. यहां के युवा ही बिहार को बचा लेंगे. पीएम मोदी ने कहा कि बिहार की जनता को जंतर-मंतर नहीं, कंप्यूटर चाहिए.
महागंठबंधन के नेता एवं मुख्यमंत्री नीतीश पर हमला तेज करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि मैंने कभी उनकी थाली नहीं छीनी. उन्हें खाने पर मैंने बुलाकर उनकी थाली नहीं छीनी हैं. फिर वे मेरा नाम क्यों जपते रहते हैं. नीतीश को गुस्सा इस बात है कि एक चाय बेचने वाले का बेटा अचानक प्रधानमंत्री कैसे बन गया. लालू प्रसाद को भी इस बात की चिंता है कि वे जाति की राजनीति करते हुए 30 साल तक आरक्षण की वकालत करते रहे, लेकिन प्रधानमंत्री नहीं बन पाये. पीएम मोदी ने कहा कि हमने गरीबी और पिछड़ापन देखा हैं. और इनकी रक्षा के लिए भीमराव अंबेडकर के बताये रास्तों में कोई बदलाव नहीं किया जायेगा. महागंठबंधन के नेता आरक्षण को लेकर झूठ की राजनीति कर रहे है और जनता को गुमराह कर रहे हैं. बड़े भाई छोटे भाई ने लोगों को भ्रमित करने का प्रयास कर रहे है और खुद भ्रमित हो रहे हैं.
पूरी दुनिया में भारत का जय जयकार हो रही हैं. इसका श्रेय देश की सवा सौ करोड़ आबादी को जाता हैं. इस चुनाव में एक तरफ हम विकास की बात कह रहे हैं. वहीं दूसरी ओर महागंठबंधन में शामिल दल जंगलराज लाने को लेकर गुटबंदी कर रहे हैं. पीएम मोदी ने कहा कि बिहार की जनता को जंतर-मंतर नहीं, कंप्यूटर चाहिए. लालू प्रसाद के बेटों पर तंज करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि आज अगर उनको कागज पर एक लाख पच्चीस हजार रुपया लिखने को कहा जायेगा तो वे नहीं लिख पायेंगे. स्वाभाविक बात है कि महागंठबंधन एक लाख पच्चीस करोड़ के विशेष पैकेज से बिहार का विकास कैसे कर सकेगा.
इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हाजीपुर में नीतीश-लालू पर तंज कसते हुए कहा था कि जितना ज्यादा कीचड़ फेंकोगे, कमल उतना ही खिलेगा. वहीं, छपरा में चुनावी सभा को संबोधित करते हुए उन्होंने महागंठबंधन पर हमला बोला और कहा कि स्वार्थबंधन में तीन खिलाड़ी है. एक बड़े भाई, एक छोटे भाई और एक मैडम. हमें पहली बार पता चला कि इसमें तीन नहीं चार खिलाड़ी हैं. एक लालू, दूसरे नीतीश, तीसरा सोनिया और चौथा तांत्रिक. पीएम ने कहा कि तंत्र-मंत्र से लोकतंत्र नहीं चलता. साथ ही उन्होंने आरजेडी का मतलब राष्ट्रीय जादू-टोना पार्टी बताया और कहा, ऐसे लोगों को चुन चुनकर साफ कर दो साथियों.