NDA में पिछड़े वर्ग का हो सकता है CM : जेटली
नयी दिल्ली : बिहार चुनाव के तीसरे चरण का मतदान 28 अक्टूबर को होने वाला हैं. जबकि चौथे चरण एवं पांचवें चरण के लिए मतदान नवंबर के प्रथम हफ्ते में होना है. इन सबके बीच बिहार में एनडीए के सीएम उम्मीदवार को लेकर जारी बयानबाजी के बीच केंद्रीय मंत्री एवं भाजपा के वरिष्ठ नेता अरु […]
नयी दिल्ली : बिहार चुनाव के तीसरे चरण का मतदान 28 अक्टूबर को होने वाला हैं. जबकि चौथे चरण एवं पांचवें चरण के लिए मतदान नवंबर के प्रथम हफ्ते में होना है. इन सबके बीच बिहार में एनडीए के सीएम उम्मीदवार को लेकर जारी बयानबाजी के बीच केंद्रीय मंत्री एवं भाजपा के वरिष्ठ नेता अरु ण जेटली ने कहा है कि राज्य में सरकार बनने पर पिछड़े वर्ग का भी सीएम हो सकता है, क्योंकि भाजपा ने हमेशा उनकी आवाज की बुलंद है. इसके साथ ही उन्होंने बिहार में एनडीए की बहुमत की सरकार बनने का दावा किया है. अरुण जेटली ने दावा करते हुए कहा है कि बिहार चुनाव के पहले दो चरणों के मतदान में भाजपा बहुत आगे जा चुकी है.
न्यूज चैनल एनडीटीवी से बातचीत में केंद्रीय मंत्री अरुण जेटली ने यह बातें कही हैं. चुनाव के बाद दोबारा मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के साथ आने के सवाल पर जेटली ने कहा कि नीतीश अब बहुत दूर चले गये हैं, दोबारा उनके साथ रिश्ता बनाना संभव नहीं है. उन्होंने कहा कि बिहार चुनाव में अपने बूते बहुमत पाने पर भी भाजपा सहयोगी दलों को साथ रखेगी. भाजपा नेता ने कहा कि जदयू को अब अपनी औकात पता चल गयी है. सहयोगी दलों ने भाजपा का शोषण किया है. विशेषकर जदयू ने भाजपा का बहुत शोषण करने के साथ ही विश्वासघात भी किया हैं. अरुण जेटली ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की रैलियों को रद्द करने की बात सरासर बेमानी है. बिहार में मतदाताओं में उत्साह है और ज्यादा से ज्यादा मतदान हो रही है. उन्होंने यह भी कहा कि चुनाव में महिलाओं का वोट प्रतिशत अधिक होने की वजह गांवों से पुरूषों का पलायन होना है.
केंद्रीय वित्त मंत्री ने महागंठबंधन पर निशाना साधते हुए कहा कि वह दुष्प्रचार के जरिये सत्ता पाने की नाकाम कोशिश में जुटी हैं. इसी के मद्देनजर महागंठबंधन के प्रमुख नेता घटनाएं ढूंढकर ट्वीट करते हैं और भ्रम फैलाने की कोशिश में जुटे हैं. उन्होंने कहा कि चुनाव मीडिया नहीं वोटर जिताता है. वहीं, आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत के आरक्षण के संबंध में दिये गये बयान पर अरुण जेटली ने कहा कि उन्होंने आरक्षण खत्म करने की बात नहीं की. भाजपा नेताओं द्वारा कई मुद्दों पर दिये गये बयानों के बाद उठे विवाद को लेकर उन्होंने कहा कि नेताओं से बयानबाजी बंद करने को कहा गया है, क्योंकि ये जरूरी नहीं कि हर व्यक्ति-हर विषय पर बोले. उन्हें समझाया ही जा सकता है, सब पर कार्रवाई नहीं हो सकती. दाम की बढ़ी कीमतों पर उन्होंने कहा कि दीवाली तक दाल की कीमतों में कमी आ जायेगी. पांच सौ चीजों के दाम घटे हैं, सिर्फदाल की कीमतों को मुद्दा बनाना गलत है.