बाली/नयी दिल्ली : जुलाई, 2014 से इंटरपोल छोटा राजन पर नजर रख रहा था. उससे जुड़ी हर जानकारी को करीब से ट्रैक किया जा रहा था. कहा जाता है कि उसके साथियों ने ही उसका कवर खत्म कर दिया था. इंटरपोल, भारत, ऑस्ट्रेलिया और इंडोनेशिया की पुलिस और जांच एजेंसियों की भी छोटा राजन पर करीबी नजर थी. ऑस्ट्रेलिया की पुलिस ने उसकी पहचान कर ली थी, लेकिन उसे तय करने में समय लगा कि यही अंडरवर्ल्ड डॉन छोटा राजन है. छोटा शकील ने जब उसे मारने के लिए शार्प शूटर्स भेजे, तो राजन ने ऑस्ट्रेलिया में अपना ठिकाना न्यूकैसल छोड़ एक अनजान जगह चला गया था.
इस बीच, भारत की खुफिया एजेंसियों ने उसके गुप्त ठिकाने का भी पता लगा लिया. ऑस्ट्रेलिया सरकार से आग्रह किया कि उसको गिरफ्तार करने में मदद करें. ऑस्ट्रेलिया की कैनबरा पुलिस ने भारत के आग्रह पर कार्रवाई की और इंडोनेशिया के सबसे लोकप्रिय शहर बाली में उसकी गिरफ्तारी में अहम योगदान दिया. छोटा राजन की गिरफ्तारी के बाद बाली की पुलिस ने कहा कि इंडोनेशिया की पुलिस को ऑस्ट्रेलिया की पुलिस ने छोटा राजन के यहां आने की सूचना दी थी. उसी सूचना के आधार पर उसे गिरफ्तार किया गया. लेकिन, भारत की केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआइ) ने कहा है कि छोटा राजन की गिरफ्तारी उनके इशारे पर हुई है.
सीबीआइ ने एक बयान जारी कर कहा है, ‘हमारे इशारे पर इंटरपोल ने छोटा राजन को गिरफ्तार किया है.’ इंडोनेशिया की पुलिस ने कहा, ‘रविवार को कैनबरा पुलिस ने हमें एक हत्यारे को लेकर रेड नोटिस जारी किया. हमने उसे एयरपोर्ट पर ही गिरफ्तार किया. हमें ये जानकारी दी गयी कि यह शख्स भारत में 15-20 हत्या के मामले में वांछित है.’ वहीं, ऑस्ट्रेलिया की फेडरल पुलिस ने कहा कि कैनबरा में इंटरपोल ने भारतीय अधिकारियों की गुजारिश पर इंडोनेशियाई अधिकारियों को छोटा राजन के इंडोनेिशया जाने की जानकारी दी और फिर उसी के आधार पर उसकी गिरफ्तारी हुई. ऑस्ट्रेलिया की फेडरल पुलिस ने पिछले महीने इस बात की जानकारी दी थी कि छोटा राजन नाम बदल कर ऑस्ट्रेलिया में रह रहा है.