लालू की चुनौती, नरेंद्र मोदी जलाएं गोलवलकर की किताब

पटना : राजद प्रमुख लालू प्रसाद ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आरक्षण के प्रति प्रतिबद्धता के दावे को खारिज करते हुए उन्हें आरएसएस के विचारक एम. एस. गोलवलकर की किताब जलाने की चुनौती दी, जिसमें उनके अनुसार आरक्षण को समाप्त करने की जरुरत बताई गई है. लालू ने आज यहां पत्रकारों को संबोधित करते हुए […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | October 27, 2015 9:48 PM

पटना : राजद प्रमुख लालू प्रसाद ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आरक्षण के प्रति प्रतिबद्धता के दावे को खारिज करते हुए उन्हें आरएसएस के विचारक एम. एस. गोलवलकर की किताब जलाने की चुनौती दी, जिसमें उनके अनुसार आरक्षण को समाप्त करने की जरुरत बताई गई है. लालू ने आज यहां पत्रकारों को संबोधित करते हुए कहा ‘जब पकडे गए तो प्रधानमंत्री मोदी गिरगिट की तरह रंग बदल रहे हैं. अगर आप अपने वादे के पक्के हैं तो अपने गुरु गोलवलकर की पुस्तक ‘बंच आफ थाट्स’ को जला दें, जिसमें पिछड़े और दलितों के लिए आरक्षण की व्यवस्था को समाप्त करने पर जोर दिया गया है.

गोलवलकर की पुस्तक को दिखाते हुए राजद प्रमुख ने प्रधानमंत्री और भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह पर निशाना साधते हुए कहा कि वह सार्वजनिक तौर पर पुस्तक की निंदा करें. उन्होंने कहा, ‘‘अगर आपकी नीयत साफ है तो सामने आकर गोलवलकर की किताब की निंदा करें और इसे जला दें.’ भाजपा के ‘जंगलराज 2′ के जवाब में ‘मंडलराज 2′ का आह्वान करने वाले राजद प्रमुख बिहार विधानसभा चुनाव में पिछडी जाति के वोटों को एकजुट करने के इरादे से अपने प्रचार अभियानों में आरक्षण को मुख्य मुद्दा बनाए हुए हैं.

लालू की चुनौती, नरेंद्र मोदी जलाएं गोलवलकर की किताब 2

लालू ने दावा किया कि गोलवलकर की पुस्तक में कहा गया है कि दलित अगर मंदिर में प्रवेश करने की हिम्मत करें तो उन्हें खदेड़ दिया जाना चाहिए. उन्होंने कहा, ‘‘यही नहीं किताब में संविधान का भी मजाक उडाया गया है और उसे ‘अजूल-फिजूल कागज का पुलिंदा’ बताया गया है. क्या यह बी. आर. आंबेडकर की रहनुमाई में तैयार किए गए संविधान का अपमान नहीं है.

Next Article

Exit mobile version