किचन से रिकॉर्डिग स्टूडियो तक का सफर

कोच्चि: सोशल मीडिया के सशक्तीकरण के वैसे तो कई उदाहरण हैं. लेकिन, केरल की चंद्रलेखा इसका सबसे नया उदाहरण है. चंद्रलेखा के किचन में गाये एक गाने से रिकॉर्डिग स्टूडियो तक का सफर बेहद रोचक और फिल्मी है. एक निम्न मध्यम परिवार से ताल्लुक रखने वाली 32 वर्षीय चंद्रलेखा के चचेरे भाई ने किचन में […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | October 27, 2013 12:47 PM

कोच्चि: सोशल मीडिया के सशक्तीकरण के वैसे तो कई उदाहरण हैं. लेकिन, केरल की चंद्रलेखा इसका सबसे नया उदाहरण है. चंद्रलेखा के किचन में गाये एक गाने से रिकॉर्डिग स्टूडियो तक का सफर बेहद रोचक और फिल्मी है.

एक निम्न मध्यम परिवार से ताल्लुक रखने वाली 32 वर्षीय चंद्रलेखा के चचेरे भाई ने किचन में गीत गुनगुनाते हुए चंद्रलेखा का एक वीडियो बनाया और यू टय़ूब पर पिछले साल अपलोड किया था. लेकिन, ये वीडियो चर्चा में तब आया, जब किसी ने फेसबुक पर वीडियो को चंद्रलेखा के पते और फोन नंबर के साथ पोस्ट कर दिया.

यू टय़ूब पर हिट : वीडियो अपलोड के कुछ देर में ही यह सोशल नेटवर्किग साइट पर छा गया. एक माह के अंदर इस वीडियो को सात लाख से अधिक हिट्स मिले. वीडियो के वायरल होते ही संगीतकारों की नजर चंद्रलेखा पर गयी. तमिल व मलयालम संगीतकारों उसके दरवाजे पर दस्तक देना शुरू कर दिया. हाल ही में चंद्रलेखा ने उस गाने की रिकॉर्डिग की, जिसके लिए पहले पाश्र्व गायिका श्रेया घोषाल को लिया जाना था. इस गीत को संगीत देनेवाले डेविड शोन ने चंद्रलेखा को देख अपना विचार बदला और उसे मौका दिया.

संगीत की औपचारिक शिक्षा भी नहीं ली है
चंद्रलेखा ने संगीत की कोई विधिवत शिक्षा नहीं ली है. वह एक खेतिहर मजदूर की बेटी हैं और आर्थिक हालात ठीक नहीं रहने के कारण उन्होंने अपनी स्नातक की पढ़ाई भी बीच में छोड़ दी. हालांकि स्कूल में पढ़ाई करते समय चंद्रलेखा को गायन के लिए इनाम मिले थे. चंद्रलेखा ने जिस मुकाम को छुआ है, उसके लिए वह ईश्वर को धन्यवाद देती हैं. चंद्रलेखा को इस बात पर बेहद खुशी है कि उनकी पसंदीदा गायिका केएस चित्र ने उसे अपनी सुरीली आवाज के लिए बधाई दी है. सिर्फ संगीतकार और गायक ही नहीं केरल के मुख्यमंत्री ओमन चांडी ने भी चंद्रलेखा को अपनी शुभकामनाएं दी हैं. इससे चंद्रलेखा का हौसला काफी बढ़ा है और वह काफी खुश है.

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