लंबे समय तक बैठे रहना है नुकसानदायक

दक्षा वैदकर जिन लोगों को ढेर सारा काम होता है और वे काम के प्रति गंभीर रहते हैं, उनकी एक आदत सबसे बुरी यह होती है कि वे एक ही जगह पर बैठ कर लगातार काम करते रहते हैं. इस तरह भले ही वे सीनियर्स को खुश कर लें, काम जल्दी निपटा लें, लेकिन वे […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | October 30, 2015 6:20 AM
दक्षा वैदकर
जिन लोगों को ढेर सारा काम होता है और वे काम के प्रति गंभीर रहते हैं, उनकी एक आदत सबसे बुरी यह होती है कि वे एक ही जगह पर बैठ कर लगातार काम करते रहते हैं. इस तरह भले ही वे सीनियर्स को खुश कर लें, काम जल्दी निपटा लें, लेकिन वे अपने शरीर को बीमार होने से नहीं बचा सकते.
ब्रिटेन के वैज्ञानिकों ने हाल ही उन लोगों के लिए चेतावनी जारी की है, जो लंबे समय तक लगातार बैठ कर काम करते हैं. इन वैज्ञानिकों का कहना है कि एक ही मुद्रा में दीर्घ अवधि तक बैठे रहने से शरीर के हर अंग को नुकसान पहुंचता है.
1) सिर : लंबे समय तक बैठने से रक्त के थक्के जम जाते हैं, जो मस्तिष्क में पहुंचकर स्ट्रोक का सबब बन सकते हैं.
2) फेफड़े : दिनभर बैठे रहने से एपल्मोनरी एब्जोलिज्म यानी फेफड़ों में रक्त के थक्के जमने की आशंका होती है.
3) हाथ : हाथों के सुन्न होने या हाई ब्लडप्रेशर का रिस्क रहता है. 4) पेट : बैठे रहने से मोटापा, कोलोन कैंसर आदि बीमारियों का खतरा रहता है. ब्लड वैसल्स के फैट बर्न करने वाले अंजाइम ठप हो जाते हैं व शरीर की गतिविधि कमजोर पड़ जाती है.
5) गर्दन : जो लोग ज्यादा बैठे रहते हैं, उनके पैरों में जो तरल इकट्ठा हो जाता है, वह रात को गर्दन तक आ जाता है, जिससे स्लीप एप्नीया हो सकता है और गर्दन की मांसपेशियों में दर्द होने लगता है.
6) पांव : पांवों में रक्त संचालन सही न होने से सुन्नता, नर्व डैमेज आदि के खतरे रहते हैं. बैठे रहने से पैरों में तरल इकट्ठा हो जाता है, जबकि खड़े होने पर इधर-उधर टहलते रहने से यह शरीर में चारों और फैलता रहता है.
7) दिल : आलस्यपूर्ण एवं शारीरिक गतिविधि विहीन जीवनशैली का दुष्परिणाम इंसान को हार्ट अटैक या डायबिटीज जैसी गंभीर बीमारियों के रूप में भोगना पड़ता है. 8) पीठ : लगातार बैठे रहने से रीढ़ की हड्डी पर जोर पड़ता है, इस वजह से रीढ़ की हड्डी में दर्द या इंज्यूरी आ सकती है. इसलिए डॉक्टर्स की सलाह है कि अगर आप डेस्क जॉब पर हैं या लंबे समय तक काम करते हैं, तो आप को दिनभर में तीन-चार टहलने के बहाने भी ढूंढ़ने चाहिए.
daksha.vaidkar@prabhatkhabar.in
बात पते की..
– ऑफिस में लगातार दो-तीन घंटे तक बैठ कर हर घंटे दस-पांच मिनट इधर-उधर टहल लें या खड़े हो कर काम करें.
– फोन करने, चाय पीने, किसी साथी से फाइल लेने के बहाने अपनी जगह से उठा करें. इस तरह सहकर्मियों से भी बातचीत होती रहेगी.

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