EC से महागंठबंधन की फरियाद, चुनाव तक अमित शाह को करें बिहार में बैन

नयी दिल्ली : भाजपा अध्यक्ष अमित शाह पर पाकिस्तान में पटाखे छोड़े जाने संबंधी उनकी टिप्पणी को लेकर निशाना साधते हुए जदयू और कांग्रेस ने आज चुनाव आयोग से मांग की कि ‘‘सांप्रदायिक तनाव भड़काने’ वाले भाजपा प्रमुख के चुनाव प्रक्रिया समाप्त होने तक बिहार में प्रवेश पर रोक लगायी जाये. राज्य में भाजपा के […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | October 30, 2015 5:52 PM

नयी दिल्ली : भाजपा अध्यक्ष अमित शाह पर पाकिस्तान में पटाखे छोड़े जाने संबंधी उनकी टिप्पणी को लेकर निशाना साधते हुए जदयू और कांग्रेस ने आज चुनाव आयोग से मांग की कि ‘‘सांप्रदायिक तनाव भड़काने’ वाले भाजपा प्रमुख के चुनाव प्रक्रिया समाप्त होने तक बिहार में प्रवेश पर रोक लगायी जाये. राज्य में भाजपा के चुनावी विज्ञापनों पर कड़ी आपत्ति जताते हुए उन्होंने पार्टी पर माहौल को बिगाड़ने के लिए ‘‘झूठ और गलत प्रचार’ का इस्तेमाल करने का आरोप लगाया और अमित शाह के साथ साथ प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के खिलाफ उनकी आरक्षण संबंधी टिप्पणी के लिए प्राथमिकी दर्ज करने की मांग की.

जदयू के महासचिव केसी त्यागी ने शाह की कल की उस टिप्पणी की आलोचना कि कि अगर भाजपा चुनाव हारेगी तो पाकिस्तान में पटाखे छोड़े जायेंगे. त्यागी ने शाह की इस टिप्पणी को ‘‘भड़काउ’ बताया और कहा, ‘‘एक मामला उनके खिलाफ दर्ज होना चाहिए और चुनाव प्रक्रिया समाप्त होने तक बिहार में उनके प्रवेश करने पर रोक होनी चाहिए. वह आदतन षडयंत्रकारी हैं. उन्हें पहले भी अदालत द्वारा गुजरात में प्रवेश करने से रोका जा चुका है.’ कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला, प्रवक्ता अजय कुमार और जदयू महासचिव केसी त्यागी ने यहां मुख्य चुनाव आयुक्त नसीम जैदी से मुलाकात कर उन्हें एक ज्ञापन सौंपा और भाजपा पर अपने विज्ञापनों के जरिये सांप्रदायिक तनाव को बढावा देकर चुनावी माहौल को बिगाड़ने का आरोप लगाया. उन्होंने इन विज्ञापनों को पूरी तरह से वापस लिये जाने की भी मांग की.

जदयू नेता त्यागी ने कहा कि आरएसएस और भाजपा राष्ट्र काध्रुवीकरण करने और 1947 जैसे दिनों का माहौल बनाने का प्रयास कर रही है.

सुरजेवाला ने शाह पर करीब दस करोड़ बिहारियों की राष्ट्रभक्ति पर सवाल उठाने का प्रयास करने का आरोप लगाया. वहीं, राजद नेता लालू प्रसाद ने कहा है कि अमित शाह का बयान बिहार के लोगों का अपमान है. उन्होंने पटना में संवाददाताओं से कहा, ‘‘यह आदमी :अमित शाह: अब तक राजग के खिलाफ हुए मतदान से निराश हो गया है और इसलिए चुनाव को सांप्रदायिक रंग देने के लिए वह ऐसे भड़काउ बयान दे रहा है.” लालू ने आरोप लगाया कि भाजपा अध्यक्ष अगले दो चरणों के मतदान में ‘‘सांप्रदायिकता का जहर” घोलने की कोशिश कर रहे हैं. राजद प्रमुख ने कहा कि शाह का आपत्तिजनक बयान राज्य के लोगों, खासकर पिछड़ों, अति-पिछड़ों, दलितों और अल्पसंख्यकों पर हमला है जो ‘‘महागठबंधन के साथ डटकर खड़े हैं.” मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी नेता सीताराम येचुरी ने चुनाव आयोग से अमित शाह पर ‘‘पाकिस्तान में आतिशबाजी” वाले उनके बयान पर कार्रवाई की मांग करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा अध्यक्ष पर सांप्रदायिक शक्तियों को संरक्षण देने और उनकी अगुवाई करने का आरोप लगाया. येचुरी ने कहा कि शाह का बयान चुनाव आचार संहित का ‘‘स्पष्ट उल्लंघन” है और वह भाजपा की ‘‘गहरी हताशा और कुंठा” को दर्शाता है क्योंकि उनका अनुमान है कि बिहार विधानसभा चुनाव में राजग को दिल्ली जैसी शिकस्त मिलेगी.

माकपा महासचिव ने आरोप लगाया ‘‘हम लोग चुनाव आयोग से बयानों को संज्ञान में लेने और आचार संहिता के अनुसार कार्रवाई करने की मांग कर रहे हैं.”

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