18.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Advertisement

पुणे पुलिस का मानवीय चेहरा, निभा रही है पुत्र धर्म

पुणे : बढ़ती हिंसा की वारदातों के लिए हम अक्सर पुलिस की अकर्मण्यता को दोषी ठहराते हैं. लेकिन ऐसा नहीं है कि वे अपना काम मुस्तैदी से नहीं करते. अपराध के मामले सुलझाने के अलावा इनके पास कई ऐसे काम हैं, जो हमारे समाज पर असर डालते हैं. इसका उदाहरण पेश कर रही है दिल्ली […]

पुणे : बढ़ती हिंसा की वारदातों के लिए हम अक्सर पुलिस की अकर्मण्यता को दोषी ठहराते हैं. लेकिन ऐसा नहीं है कि वे अपना काम मुस्तैदी से नहीं करते. अपराध के मामले सुलझाने के अलावा इनके पास कई ऐसे काम हैं, जो हमारे समाज पर असर डालते हैं. इसका उदाहरण पेश कर रही है दिल्ली और पुणे की पुलिस, जिसने बुजुर्गों की सुरक्षा के लिए कई कदम उठाये हैं.
पुलिस न केवल उन्हें अपनी समस्याएं बताने का मौका दे रही है, बल्कि जहां तक संभव हो उन्हें सुलझाने की भी कोशिश कर रही है़ आइए जानें कैसे-
इस साल सितंबर के महीने में दिल्ली के वसंत विहार पुलिस स्टेशन ने बुर्जुगों के लिए एक खास योजना की शुरुआत की़. योजना थी वृद्धों के साथ सेल्फी खींच कर पुलिस की उनसे बातचीत कर उनका हाल-चाल, सुख-दुख जानने की कोशिश.
योजना के तहत पुलिस स्टेशन ने ‘सीनियर सिटीजन वेलफेयर ऑफिसर्स’ को नियुक्त किया है और इस तरह वे लोग 200 वरिष्ठ नागरिकों का ख्याल रख रहे हैं. सितंबर से 22 पुलिसकर्मी हर दिन 20-25 वरिष्ठ नागरिकों से मिल कर उनसे मित्रता कर के उनका विश्वास जीतने का प्रयास कर रहे हैं ताकि वे बेझिझक पुलिस से मददले सकें.
‘टाइम्स ऑफ इंडिया’ के अनुसार, 180 बुजुर्गों के साथ सेल्फी लेने वाले एक पुलिसवाले ने बताया कि जब-जब हम एक सेल्फी लेते हैं, हमारे बीच एक रिश्ता सा बन जाता है. यह रिश्ता इतना मजबूत होता है कि ऐसा लगता है जैसे ये लोग हमें अपना बेटा मान लेते हैं.
ऐसा लगता है मैं उनके बच्चों की कमी पूरी कर रहा हूं, जो उनसे दूर रहते हैं. पुलिसवाले ने बताया कि जिन लोगों का संपत्ति का विवाद चल रहा होता है वो कानूनी राय मांगते हैं, तो कुछ को घरेलू काम में मदद चाहिए होती है. पुलिस के इन प्रयासों की वरिष्ठ नागरिकों ने सराहना की है और कहा है कि पुलिसवाले उनकी बहुत सी चीजों में मदद कर रहे हैं, मसलन बैंक से पैसे निकालना, ऑटो में चढ़ाना, घरेलू कार्यों में मदद के लिए किसी विश्वसनीय व्यक्ति को ढूंढ़ना इत्यादि.
बहरहाल, कुछ ऐसा ही एक कदम महाराष्ट्र की पुणे पुलिस ने भी उठाया है. जहां बुजुर्गों की सुरक्षा सुनिश्चत करने के उद्देश्य से बनायी गयी योजना के तहत पुलिसकर्मी अब हर 15 दिन उनके घर जा कर उनकी समस्याओं का समाधान करेंगे़ शहर के सभी पुलिस स्टेशनों को इसकी शुरुआत करने के निर्देश मिले हैं.
इसकी घोषणा पिछले दिनों पुणे के पुलिस आयुक्त केके पाठक ने की, जहां सौ से ज्यादा वरिष्ठ नागरिक मौजूद थे. इस मीटिंग को हाल ही में विमाननगर में एक 86 वर्षीय वृद्ध की हत्या के बाद रखा गया था.
पुलिस आयुक्त के अनुसार, उन्होंने पुलिस स्टेशनों पर अधिकारियों को नोडल ऑफिसर बनाया है, जो अपने इलाके के वरिष्ठ नागरिकों से समय-समय पर मिलेंगे. साथ ही, समय-समय पर उनके साथ बैठक करके उनकी समस्याओं को सुनकर उन्हें यथाशीघ्र सुलझाने की कोशिश करेंगे. इस बारे में अंगरेजी अखबार,’टाइम्स ऑफ इंडिया’ में छपी एक खबर के अनुसार, पुणे और पिंपरी चिंचवाड़ में लगभग साढ़े चार लाख वरिष्ठ नागरिक रहते हैं और यहां उनके द्वारा संचालित 370 गैर-सरकारी और एवं समाजसेवी संगठन हैं.
यही नहीं, इस क्षेत्र में तीन हजार से अधिक ऐसे लोग हैं जो पुलिस की एक खास योजना के तहत पंजीकृत हैं, जिसमें वरिष्ठ नागरिकों को उनकी सुरक्षा के मद्देनजर निकटतम पुलिस स्टेशन में अपना नाम और पता रजिस्टर करने को कहा गया था. यहां यह जानना जरूरी है कि एक स्थानीय अखबार की एक रिपोर्ट के मुताबिक पुणे और इसके आस-पास के क्षेत्रों में 950 वरिष्ठ नागरिक अकेले रह रहे थे, जबकि 2,500 अपने परिवार के साथ रह रहे थे.
बुजुर्गों की सुरक्षा सुनिश्चित कराने के मकसद से तैयार अपनी इस योजना के बारे में स्थानीय पुलिस आयुक्त केके पाठक का कहना है कि वे गैर-सरकारी और समाजसेवी संगठनों के साथ मिल कर ज्यादा वृद्धों तक पहुचेंगे और जल्दी ही पुलिस के पास पंजीकृत वरिष्ठ नागरिकों को पहचान पत्र मुहैया करायेंगे, जिन पर उनका नाम, उम्र, पता, फोन नंबर, ब्लड ग्रुप और दूसरी जानकारियां दर्ज होंगी.
इस पूरे काम को पुणे की अपराध शाखा का सामाजिक सुरक्षा दस्ता अंजाम देगा. पहली मीटिंग में वृद्धों ने, पार्किंग, पार्कों में बेंच की अनुपलब्धता जैसी समस्याएं उठायीं.
पुलिस विभाग पुणे की नगरपालिका और दूसरी एजेंसियों के साथ मिल कर इन समस्याओं का निदान करेगी.कुल मिलाकर हम कह सकते हैं कि बदलाव की इस बयार में जनता के साथ ज्यादा से ज्यादा जुड़ने की कोशिश कर अब हमारी पुलिस अपनी छवि सुधार रही है. और यह अच्छा ही है क्योंकि अपराध पर काबू पाने का इससे बेहतर तरीका और कोई हो नहीं सकता.

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

Advertisement

अन्य खबरें

ऐप पर पढें