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पीएम मोदी पर दोष नहीं

नयी दिल्ली : केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह नेमंगलवारको आरक्षण पर आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत की टिप्पणी का बिहार मेंएनडीए की चुनावी संभावनाओं पर नकारात्मक प्रभाव पड़नेसंबंधी आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि महागंठबंधन के सामाजिक समीकरण भाजपा नेतृत्व वाले गंठबंधन पर भारी पड़े.राजनाथ सिंह ने यह भी कहा किएनडीए की शर्मनाक पराजय के […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 10, 2015 3:40 PM

नयी दिल्ली : केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह नेमंगलवारको आरक्षण पर आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत की टिप्पणी का बिहार मेंएनडीए की चुनावी संभावनाओं पर नकारात्मक प्रभाव पड़नेसंबंधी आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि महागंठबंधन के सामाजिक समीकरण भाजपा नेतृत्व वाले गंठबंधन पर भारी पड़े.राजनाथ सिंह ने यह भी कहा किएनडीए की शर्मनाक पराजय के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को जिम्मेदार नहीं ठहराया जा सकता.

गृह मंत्री ने कहा,मोहन भागवत का बयान नुकसान पहुंचाने वाला नहीं था. यह कोई विवादास्पद बयान नहीं था. हम उस तरह से नहीं सोच सकते. उन्होंने सिर्फ यह कहा था कि आरक्षण जारी रहना चाहिए. राजनाथ सिंह ने यह बात तब कही जब उनसे पूछा गया कि क्या आरक्षण नीति की समीक्षा की वकालत किये जाने संबंधी आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत के बयान काएनडीए की संभावनाओं पर नकारात्मक प्रभाव पड़ा. सिंह ने यहां दिवाली मिलन कार्यक्रम में संवाददाताओं से बातचीत करते हुए कहा, महागंठबंधन का समाजिक समीकरण हम पर भारी पड़ा.

राजनाथ सिंह से जब यह पूछा गया कि क्या प्रधानमंत्री भाजपा की पराजय की नैतिक जिम्मेदारी स्वीकार करते हुए इस्तीफा देंगे, तो उन्होंने कहा, यह किस तरह का सवाल है. गृह मंत्री ने कहा, यह भाजपा का नुकसान है प्रधानमंत्री का नहीं. उन्होंने बिहार चुनाव में पराजय के चलते पार्टी प्रमुख अमित शाह को हटाये जाने की संभावनाओं को भी खारिजकरतेहुएकहाकि अमित शाह पार्टी प्रमुख के रुप में छह साल और रहेंगे. कोई रुकावट नहीं है. वास्तव में उन्हें खुद मेरे कार्यकाल का भी डेढ साल मिला है. जबमैं पार्टी से सरकार में आ गया था. इसके बाद वह दो कार्यकाल (तीन तीन साल का) के हकदार हैं.

उन्होंने कहा कि भाजपा चुनाव में पार्टी की पराजय के हर पहलू की समीक्षा करेगी और उसी के अनुरुप कार्रवाई करेगी. राजनाथ सिंह ने कहा, जीत और हार लोकतांत्रिक प्रक्रिया का हिस्सा है. हमने अतीत में चुनाव जीते हैं. हम अतीत में चुनाव हारे हैं. अगर हम सिर्फ एक चुनाव के आधार पर भविष्य के बारे में निर्णय करेंगे तो हम भविष्य के प्रति न्याय नहीं कर पायेंगे. गृह मंत्री ने बेहिचक यह स्वीकार किया कि चुनाव परिणामों से उन्हें हैरानी हुई क्योंकि अपनी खुद की 50 रैलियों के दौरान उन्होंने जनता की अच्छी उपस्थिति देखी थी.

पार्टी के कुछ नेताओं द्वारा दिये गये सांप्रदायिक तनाव फैलाने वाले विवादास्पद बयानों के बारे में पूछे जाने परराजनाथ सिंह ने कहा, देश में अगर कोई धर्मनिरपेक्ष पार्टी है तो वह भाजपा है.

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