गूगल ने डूडल के जरिये शकुंतला देवी को किया याद
नयी दिल्ली: गूगल ने भारत की गणितज्ञ शकुंतला देवी को अपने अंदाज में श्रद्धांजलि दी है. शकुंतला देवी की 84वीं जन्मतिथि के मौके पर गूगल ने अपने होम पेज पर डूडल यानी लोगो पर उनकी तसवीर लगायी है. शकुंतला को ‘ह्यूमन कंप्यूटर’ के नाम से जाना जाता है. इसकी वजह है शकुंतला की गणना करने […]
नयी दिल्ली: गूगल ने भारत की गणितज्ञ शकुंतला देवी को अपने अंदाज में श्रद्धांजलि दी है. शकुंतला देवी की 84वीं जन्मतिथि के मौके पर गूगल ने अपने होम पेज पर डूडल यानी लोगो पर उनकी तसवीर लगायी है. शकुंतला को ‘ह्यूमन कंप्यूटर’ के नाम से जाना जाता है. इसकी वजह है शकुंतला की गणना करने में कंप्यूटर वाली रफ्तार. वो किसी भी तरह की गणना को चंद मिनटों में कर लेती थीं. गूगल एक कैलकुलेटर जैसा दिखनेवाले डूडल के सहारे शकुंतला देवी को याद कर रहा है.
फन विद नंबर्स, ऐस्ट्रोलॉजी फॉर यू, पजल्स टू पजल यू और मेथाब्लिट जैसी किताबें लिखनेवाली शकुंतला का नाम गिनीज बुक ऑफ वल्र्ड रिकॉर्ड में भी दर्ज है.
पिता सर्कस में थे
शकुंतला के पिता सर्कस में काम करते थे. वे कैननबॉल और रस्सियों से जुड़ी कलाबाजियां करते थे. एक बार जब वे अपनी बेटी के साथ कार्ड खेल रहे थे तब उन्हें अपनी बेटी की अद्भुत गणना क्षमता का अंदाजा हुआ. शकुंतला ने अपने कार्ड खेलने की दक्षता नहीं, बल्किपत्तों को याद करने की क्षमता को लेकर अपने पिता को आश्चर्य में डाल दिया था.
छह साल की उम्र में प्रदर्शन
शकुंतला ने मात्र छह साल की उम्र में पहली बार लोगों के बीच मैसूर विश्वविद्यालय में अपनी गणना क्षमता का प्रदर्शन किया. इसके कुछ समय बाद ही उन्होंने अन्नामलाई विश्वविद्यालय में अपनी क्षमता का लोहा मनवाया. उसके बाद से तो पूरा देश और दुनिया शकुंतला का कायल हो गयी.