बि‘हार” का जिम्मेदार कौन?

नयी दिल्ली : बिहार की हार के बाद भाजपा में अंतर्कलह जारी है. इस मामले पर बड़े नेताओं के लगातार बयान आ रहे हैं. इसी क्रम में आज पार्टी नेता नितिन गडकरी ने अहम बयान देकर मामले को हवा दे दी है. वयोवृद्ध नेता लालकृष्ण आडवाणी समेत चार वरिष्ठ नेताओं द्वारा नाखुशी जताने के बाद […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 11, 2015 1:36 PM

नयी दिल्ली : बिहार की हार के बाद भाजपा में अंतर्कलह जारी है. इस मामले पर बड़े नेताओं के लगातार बयान आ रहे हैं. इसी क्रम में आज पार्टी नेता नितिन गडकरी ने अहम बयान देकर मामले को हवा दे दी है. वयोवृद्ध नेता लालकृष्ण आडवाणी समेत चार वरिष्ठ नेताओं द्वारा नाखुशी जताने के बाद केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी या पार्टी अध्यक्ष अमित शाह का बचाव किया है. उन्होंने कहा कि बिहार की हार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी या पार्टी अध्यक्ष अमित शाह की हार नहीं है. इसके लिए हर कोई जिम्मेदार है.

गडकरी ने आज पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि राजनीति में हार-जीत चलती रहती है. इस हार के लिए किसी एक व्यक्ति को जिम्मेदार बताना उचित नहीं है. उन्होंने कहा कि यह कहना भी सरासर गलत है कि राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ प्रमुख मोहन भागवत के आरक्षण पर दिए गए बयान के कारण पार्टी की बिहार में हार हुई. आडवाणी द्वारा सख्त लहजे में सवाल उठाए जाने पर जब गडकरी से सवाल किए गए तो उन्होंने कहा कि आडवाणीजी के बात होती रहती है. केंद्रीय मंत्री ने यह भी साफ किया कि चुनाव के दौरान और उसके बाद पार्टी विरोधी बयान जारी करने वालों पर कठोर कार्रवाई की जाएगी.

आपको बता दें कि बिहार विधानसभा चुनावों में करारी हार के बाद भाजपा में कल अंतर्कलह खुलकर सामने आ गया है. पार्टी के वरिष्‍ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी और मुरली मनोहर जोशी के साथ दो अन्य वरिष्ठ नेताओं ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व के खिलाफ असंतोष का बिगुल बजाते हुए कहा कि पिछले एक साल में पार्टी कमजोर हुई है और उसे कुछ मुट्ठीभर लोगों के अनुसार चलने पर मजबूर किया जा रहा है. वरिष्ठ नेताओं के वक्तव्य के अनुसार, ‘‘हार के कारणों की पूरी तरह समीक्षा की जानी चाहिए और इस बात का भी अध्ययन होना चाहिए कि पार्टी कुछ मुट्ठीभर लोगों के अनुसार चलनेे पर मजबूर क्यों हो रही है और उसका आम-सहमति वाला चरित्र नष्ट कैसे हो गया.’

इससे पहले पार्टी सांसद शत्रुघ्‍न सिन्हा भी कह चुके हैं कि यदि जीत के ताली कप्तान को मिलती है तो गाली भी कप्तान को ही मिलनी चाहिए. कल भाजपा सांसद भोला सिंह ने भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर हमला किया है. भोला सिंह ने हार के लिए नरेंद्र मोदी को जिम्मेदार बताते हुए कहा कि चुनाव के दौरान शीर्ष नेतृत्व हवा में उड़ान भरता रहा जबकि कार्यकर्ताओं को किसी ने नहीं पूछा. बेगूसराय से भाजपा सांसद भोला सिंह ने पीएम मोदी पर बरसते हुए कहा कि बिहार में भाजपा की हार नहीं हुई है बल्कि पार्टी ने आत्महत्या की है. उन्होंने कहा कि पीएम मोदी की अमर्यादित भाषा हार के कारणों में से एक है. भाजपा नेता गिरिराज सिंह पर भी भोला सिंह ने करारा प्रहार करते हुए कहा कि एक और नेता हैं जिनकी भाषा भी अशोभनीय है.

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