पेरिस : फ्रांसीसी युद्धक विमानों ने इस्लामिक स्टेट समूह की वास्तविक सीरियाई राजधानी राका पर बम बरसाए और वहां एक कमांड चौकी एवं प्रशिक्षण शिविर को नष्ट कर दिया. यह जानकारी रक्षा मंत्रालय ने दी है. पेरिस में हुए घातक हमलों के बाद आईएस पर कल पहला हवाई हमला बोला गया. इसके तहत 10 लडाकू बमवर्षकों समेत 12 युद्धक विमानों ने लक्षित स्थानों पर 20 बम गिराये. मंत्रालय की ओर से जारी एक बयान में कहा गया, ‘हवाई हमले में जिस पहले ठिकाने को नष्ट किया गया, उसका इस्तेमाल दाएश (अरबी में आईएस का नाम) एक कमांड पोस्ट, जिहादियों की नियुक्ति के केंद्र और हथियारों एवं युद्ध सामग्री के डिपो के रूप में किया जाता था.
दूसरा ठिकाना आतंकियों के प्रशिक्षण शिविर के रूप में प्रयोग किया जाता था.’ मंत्रालय ने कहा कि हवाई हमला बोलने के लिए विमान जॉर्डन और संयुक्त अरब अमीरात से रवाना हुए. ये हमले अमेरिकी बलों के साथ तालमेल करते हुए बोले गये. फ्रांसीसी राष्ट्रपति फ्रांस्वा ओलांद ने शुक्रवार रात हुई गोलीबारी और आत्मघाती हमलों के लिए शनिवार को इस्लामिक स्टेट को जिम्मेदार ठहराते हुए इसे ‘युद्धक कृत्य’ करार दिया था. इन हमलों में पेरिस में कम से कम 129 लोग मारे गये थे.
दूसरी ओर फ्रांस की पुलिस ने ने पेरिस हमलों के एक संदिग्ध की तस्वीर जारी की और कहा कि वह फरार है एवं कानून प्रवर्तन एजेंसियों के अलावा किसी के लिए भी उससे सीधा निपटना बहुत खतरनाक है. इस व्यक्ति के बारे में संदेह है कि उसने हमलावरों को बाटाक्लां कंसर्ट हॉल ले जाने वाली कार को किराये पर लिया था. पुलिस ने उसकी पहचान ब्रुसेल्स में जन्मे 26 साल के सलाह अब्देसलाम के रूप में की है. पुलिस द्वारा आज शाम को जारी संदेश में लोगों को आगाह करते हुए कहा गया कि वे स्वयं अपने स्तर पर हस्तक्षेप न करें.
फ्रांस के सुरक्षा अधिकारियों ने कहा कि अब्देसलाम पर शुक्रवार को हुए सिलसिलेवार आतंकी हमलों में सीधे सीधे शामिल होने का संदेह है. हमलों में 129 लोग मारे गये और सैकडों घायल हुए हैं. एक अधिकारी ने कहा कि वह हमलों में शामिल उन तीन भाइयों में से एक है जिनमें से एक को बेल्जियम में गिरफ्तार किया गया और दूसरा हमले के दौरान मारा गया. फ्रांस के राष्ट्रपति फ्रांसुआ ओलांद ने शुक्रवार को पेरिस में हुए हमलों को आईएस की तरफ से युद्ध की घोषणा वाला कदम बताया था. इन हमलों में 129 लोग मारे गये और सैकड़ों लोग गंभीर रूप से घायल हो गये. इस हमले की जिम्मेदारी इस्लामिक स्टेट ने ली थी.