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ऐसे तय हुआ मंत्रिमंडल

पटना: शुक्रवार को सीएम नीतीश कुमार के साथ कुल 28 मंत्री शपथ लेंगे. गुरुवार की देर रात नीतीश कुमार और लालू प्रसाद के बीच इस पर अंतिम सहमित बनी. इसके बाद देर रात चयनित नामों को इसकी सूचना दी गयी. जदयू व राजद से 12-12 व कांग्रेस से चार मंत्री बनाये जायेंगे. कांग्रेस की सूची […]

पटना: शुक्रवार को सीएम नीतीश कुमार के साथ कुल 28 मंत्री शपथ लेंगे. गुरुवार की देर रात नीतीश कुमार और लालू प्रसाद के बीच इस पर अंतिम सहमित बनी. इसके बाद देर रात चयनित नामों को इसकी सूचना दी गयी. जदयू व राजद से 12-12 व कांग्रेस से चार मंत्री बनाये जायेंगे. कांग्रेस की सूची आने के बाद वरिष्ठ मंत्री विजय कुमार चौधरी और जदयू की ओर से चुनाव कैंपेन संभाल रहे प्रशांत किशोर राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद के आवास 10 सर्कुलर रोड पहुंचे. आपसी सहमति बनने के बाद दोनों सीएम आवास आये. फिर चयिनत नामों को सूचना देने काे कहा गया. सूत्रों के अनुसार नीतीश सरकार में नंबर दो पर रहे विजय कुमार चौधरी को विधानसभा का अध्यक्ष बनाया जायेगा. मौजूदा स्पीकर उदय नारायण चौधरी को नयी जिम्मेवारी दी जा सकती है.

प्रशांत किशोर ने निभायी प्रमुख भूमिका
मंत्रियों के नाम तय करने में प्रशांत किशोर ने प्रमुख भूमिका निभायी. खुद लालू प्रसाद और नीतीश कुमार फोन पर नामों को लेकर चर्चा करते रहे. जिच कायम हुआ, तो प्रशांत किशाेर ने बीच का रास्ता निकाला. दिन में मंत्रियों की संभावित सूची लेकर प्रशांत किशोर ने लालू प्रसाद से चार बार मुलाकात की. देर रात करीब नौ बजे विजय कुमार चौधरी के साथ प्रशांत किशोर ने लालू से मुलाकात की और सूची पर अंतिम सहमति बन पायी. इसके बाद प्रशांत किशोर व विजय कुमार चौधरी सीएम आवास पहुंचे, जहां मंत्रियों के नामों पर मुहर लगा दी गयी.

इसके पहले कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने पार्टी के संभावित मंत्रियों की सूची को अंतिम टच देकर इसकी जानकारी नीतीश कुमार को दे दी थी . जानकारी के मुताबिक मौजूदा मंत्रियों को दोबारा मौका देने पर उनके प्रदर्शन का आकलन किया गया है. नये कैबिनेट में सबसे अधिक राजद और यादव जाति के मंत्री होंगे. लालू प्रसाद के दोनों बेटे तेज प्रताप और तेजस्वी यादव को भी कैबिनेट मंत्री बनाया जायेगा.

राजद के चार, जदयू के दो और कांग्रेस कोटे की एक सीट रहेगी खाली
राज्य सरकार में विधानसभा सदस्यों की संख्या के हिसाब से सीएम के अतिरिक्त अधिकतम 35 मंत्री बनाये जा सकते हैं. फिलहाल 28 मंत्री बनाये जाने के बाद सात पद खाली रह जायेंगे. बाद में कैबिनेट का विस्तार किया जायेगा. मंत्रियों के चयन में पांच विधायकों पर एक मंत्री का फाॅर्मूला अपना गया. इस हिसाब से जदयू के 71 विधायकों में मंत्रियों की संख्या 14 होती है. 12 मंत्री बनाये जाने के बाद इसके कोटे के दो मंत्रियों के पद खाली रह जायेंगे. इसी प्रकार 80 विधायकों वाले राजद के भी 12 मंत्री बनाये जायेंगे. इसके कोटे के चार मंत्रियों के पद खाली रहेंगे. कांग्रेस को 27 विधायकों के एवज में मंत्री के पांच पद मिलेंगे. इनमें चार शुक्रवार को मंत्री बनाये जायेंगे और एक पद को कैबिनेट विस्तार में भरा जायेगा.

संभावित मंत्रियों को भीड़ लगाने से रोका गया
सूत्र बताते हैं कि शपथ के पहले मंत्री बनाये जानेवाले विधायकों को मीडिया से बात नहीं करने की हिदायत दी गयी है. इसके कारण संभावित मंत्री भी शुक्रवार को शपथ ग्रहण में शामिल होने को लेकर देर रात तक मुंह खोलने से बचते रहे. राजद कोटे से मंत्रिमंडल में शामिल होनेवाले विधायकों को लालू प्रसाद के आवास पर मिलने से भी मना कर दिया गया. इसके कारण पूरे दिन लालू प्रसाद के आवास पर पार्टी विधायकों का जहां आवाजाही नहीं हुई. वहीं, पार्टी के कोई बड़ा नेता भी 10 सर्कुलर रोड पर नहीं देखे गये. मिली जानकारी के अनुसार लालू प्रसाद शाम सात बजे कुछ लोगों से मिले.

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