हाथी की आवाज पकड़ेगा रडार

भारत व श्रीलंका समेत देश-दुनिया के कई अन्य इलाकों में हाथियों के रहनेवाले वनों के आसपास गांवों में उनके घुस जाने से कई बार इंसानों के हताहत होने की खबरें आती हैं. इससे बचाव के लिए शोधकर्ताओं ने एक रडार सिस्टम को विकसित किया है, जो हाथियों के चिंघाड़ने की आवाज को समझ जायेगा और […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 2, 2015 6:56 AM
भारत व श्रीलंका समेत देश-दुनिया के कई अन्य इलाकों में हाथियों के रहनेवाले वनों के आसपास गांवों में उनके घुस जाने से कई बार इंसानों के हताहत होने की खबरें आती हैं. इससे बचाव के लिए शोधकर्ताओं ने एक रडार सिस्टम को विकसित किया है, जो हाथियों के चिंघाड़ने की आवाज को समझ जायेगा और गांववालों को अलर्ट जारी करेगा. ‘न्यू साइंटिस्ट’ के मुताबिक, कोलंबो यूनिवर्सिटी के एक विशेषज्ञ ने इसे इंफ्रासाउंड की मदद से विकसित किया है. शोधकर्ताओं ने एक सॉफ्टवेयर बनाया है, जो सेंसर की मदद से हाथियों की आवाज पहचानेगा. ये सेंसर हाथियों के मूवमेंट और उसकी स्पीड के बारे में भी जानकारी देंगे.
यह इंफ्रासाउंड रडार ग्रामीणों को फसलों की रखवाली में भी मदद करेगा. हाथी जब खेतों की ओर मूव करेंगे, तो यह उसकी जानकारी देगा. शोधकर्ताओं के मुताबिक, यह रडार हाथियों की आवाज को करीब कुछ किलोमीटर पहले ही समझ जायेगा. अलर्ट जारी होने पर ग्रामीणों के पास इतना समय होगा कि वे उसे बस्ती में आने से रोक सकें. रिपोर्ट के मुताबिक, मिर्ची को आग में जलाने से पैदा होने वाली महक से हाथी भाग जाते हैं.

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