वाशिंगटन : कैलिफोर्निया में अपनी पत्नी के साथ अंधाधुंध गोलीबारी कर 14 लोगों को मौत के घाट उतारने वाला पाकिस्तानी मूल का बंदूकधारी चरमपंथियों के संपर्क में था और हो सकता है कि उसने चरमपंथ का रास्ता अपनाया हो जबकि उनके घर से बरामद हथियारों के जखीरे से संकेत मिलता है कि वे एक और हमले की योजना बना रहे थे. पुलिस अधिकारियों ने आज बताया कि दंपित – सैयद रिजवान फारुक (28) और उसकी पत्नी ताशफीन मलिक (27) के घर की तलाशी में उन्हें हथियारों और विस्फोटकों का जखीरा मिला जिनमें एक दर्जन पाइप बम और हजारों कारतूस भी शामिल हैं.
सान बर्नार्डिनो, कैलिफोर्निया में बुधवार को हुई भीषण गोलीबारी की जांच का जिम्मा एफबीआई ने ले लिया है और वह यह पता लगाने के लिए सेल फोनों तथा एक कंप्यूटर सहित साक्ष्यों को खंगाल रही है कि फारुक और ताशफीन ने किस वजह से हमला किया. कानून प्रवर्तन से जुडे दो अधिकारियों ने बताया कि एफबीआई इस गोलीबारी को संभावित आतंकी हमले के रुप में देख रही है. बहरहाल, एजेंसी अभी इस निष्कर्ष तक पहुंचने से बहुत दूर है कि यह आतंकी हमला था.
अधिकारियों ने बताया कि फारुक पाकिस्तानी मूल का था और ताशफीन पाकिस्तानी नागरिक थी. इन्होंने ‘इनलैंड रीजनल सेंटर’ में करीब 150 गोलियां चलाईं. बाद में पुलिस के साथ मुठभेड में दोनों मारे गए. अधिकारियों ने 14 मृतकों के नाम भी जारी किए हैं. उनकी उम्र 26 से 60 साल के बीच थी. इस हमले में 21 लोग घायल हुए.
फारुक के इलेक्ट्रानिक उपकरणों को खंगाले जाने पर विश्लेषकों और एजेंटों ने पाया कि हमले से कम से कम एक दिन पहले उसने डेटा को डिलीट करना शुरु कर दिया था. इससे जांचकर्ताओं का यह मानना है कि वह हमले की योजना बना रहा था.