वाशिंगटन : कांग्रेस की एक शक्तिशाली समिति आतंकवाद की समस्या से निपटने की दिशा में अमेरिका और पाकिस्तान के बीच आपसी सहयोग और पाकिस्तानी मूल के दंपति द्वारा इस माह की शुरुआत में सान बर्नार्डिनो में किए गए आतंकवादी हमले के मद्देनजर अमेरिकी सहायता की प्रभावशीलता की समीक्षा करेगी. शक्तिशाली हाउस फोरेन अफेयर्स कमेटी के अध्यक्ष एवं सांसद एड रॉयस ने कहा, ‘‘ मैं पाकिस्तान की जमीन पर सक्रिय मुख्य इस्लामी आतंकवादी समूहों के खिलाफ अर्थपूर्ण कार्रवाई करने में पाकिस्तान की असफलता के बारे में काफी लंबे समय से चिंतित रहा हूं.” उन्होंने कहा, ‘‘ सान बर्नार्डिनो में वीभत्स हमला और ताशफीन मलिक की पाकिस्तानी मदरसे में शिक्षा इस आतंकवादी खतरे का सामना करने के नए दृष्टिकोण की आवश्यकता को रेखांकित करती है.”
रॉयस ने कल कहा, ‘‘ बुधवार की सुनवाई में समिति को आतंकवाद से निपटने के मामलों में अमेरिका-पाकिस्तान के सहयोग , अमेरिकी मदद की प्रभावशीलता और छात्रों को कट्टरपंथी जिहादी विचारधारा की शिक्षा देने वाले स्कूलों की पाकिस्तान में चिंताजनक रुप से बढती संख्या संबंधी मामलों की समीक्षा करने का अवसर मिलेगा।” ‘अमेरिका-पाकिस्तान संबंधों का भविष्य’ शीर्षक से इन मामलों की सुनवाई कल होगी. अफगानिस्तान और पाकिस्तान के लिए नए विशेष प्रतिनिधि रिचर्ड ओल्सन को समिति के समक्ष अपना बयान देने को कहा गया है.
पाकिस्तानी अमेरिकी फारुक और उसकी पाकिस्तानी पत्नी ताशफीन मलिक ने दो दिसंबर को कैलिफोर्निया के सान बर्नार्डिनो में एक पार्टी के दौरान गोलीबारी की थी जिससे 14 लोगेां की मौत हो गई थी और 21 लोग घायल हो गए थे.