दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के प्रमुख सचिव राजेंद्र कुमार के दफ़्तर पर मंगलवार को सीबीआई के छापे पर राजनीतिक घमासान तेज़ होता जा रहा है.
अरविंद केजरीवाल ने मंगलवार को कहा था कि सीबीआइ उनके कार्यालय में दिल्ली ज़िला क्रिकेट संघ (डीडीसीए) की जांच से जुड़ी फ़ाइल तलाश रही थी. उनका कहना था कि डीडीसीए की दिल्ली सरकार की ओर से कराई गई जांच में वित्त मंत्री अरुण जेटली पर कई आरोप लगाए गए हैं.
लेकिन केजरीवाल ने बुधवार सुबह एक ट्विट कर कहा, ”मेरे दफ़्तर में सीबीआई के अधिकारी डीडीसीए की फ़ाइल पढ़ते रहे. वो उसे ज़ब्त कर सकते थे. लेकिन मेरे मीडिया ब्रिफ़िंग के बाद, वो उसे छोड़ गए. हालांकि यह साफ़ नहीं है कि उन्होंने उसकी नक़ल ली है या नहीं.”
एक दूसरे ट्विट में केजरीवाल ने कहा है, ”मेरे कार्यालय से जिन काग़ज़ात को ज़ब्त किया गया, उनका उस मामले से कोई संबंध नहीं है जिसकी जांच की जा रही है. ज़ब्त किए गए काग़ज़ात की सूची में सातवें नंबर पर पिछले एक महीने में लोगों के आवागमन से जुड़ी फ़ाइल है.”
सीबीआई ने मंगलवार को दिल्ली सचिवालय की तीसरी मंज़िल पर स्थित केजरीवाल के प्रमुख सचिव राजेंद्र कुमार के कार्यालय पर छापा मारा था.
इसके बाद केजरीवाल ने आरोप लगाया था कि सीबीआई ने उनके दफ़्तर की तलाशी ली है. हालांकि सीबीआई से केजरीवाल के आरोपों से इनकार किया था.
केजरीवाल ने ट्विट कर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को ‘कायर’ और ‘मनोरोगी’ बताया था. उन्होंने कहा था कि मोदी जब उनसे राजनीतिक रूप से नहीं जीत पाए तो उन्होंने यह कायराना हरकत की.
उन्होंने प्रधानमंत्री को चुनौती देते हुए कहा था कि वो सीबीआई का इस्तेमाल उनके ख़िलाफ न करें.
मंगलवार को यह मामला संसद में भी उठा. इस पर वित्त मंत्री अरुण जेटली ने राज्यसभा में बयान दिया. उन्होंने केजरीवाल के आरोपों को ख़ारिज करते हुए कहा छा कि छापे एक घोटाले के सिलसिले में डाले गए.
(बीबीसी हिन्दी के एंड्रॉएड ऐप के लिए यहां क्लिक करें. आप हमें फ़ेसबुक और ट्विटर पर भी फ़ॉलो कर सकते हैं.)