साल का पहला दिन अच्छे से गुजर जाये

नयी सुबह : मंदिरों में होगी विशेष पूजा, अलग-अलग राशि के लोग करें इस तरह श्रीगणेश आप भी चाहते हैं कि नया साल खुशियों की बड़ी सौगात लाये, तो अपनी राशि के अनुसार करें पहले दिन पूजा-पाठ पटना. साल 2015 के गुजरने के पहले ही लोगों को नये साल 2016 में क्या होगा, इसको लेकर […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 18, 2015 6:29 AM
नयी सुबह : मंदिरों में होगी विशेष पूजा, अलग-अलग राशि के लोग करें इस तरह श्रीगणेश
आप भी चाहते हैं कि नया साल खुशियों की बड़ी सौगात लाये, तो अपनी राशि के अनुसार करें पहले दिन पूजा-पाठ
पटना. साल 2015 के गुजरने के पहले ही लोगों को नये साल 2016 में क्या होगा, इसको लेकर चिंता बढ़ जाती है. लोग बस यही चाहते हैं कि साल का पहला दिन अच्छे से गुजर जाये, तो पूरा साल अच्छा गुजरेगा. धार्मिक दृष्टिकोण से देखा जाये, तो लोगों का यह विचार बेहतर है.
कहा गया है कि जैसा आप आज करेंगे, आपका दूसरा दिन भी वैसा ही होगा. शायद यही कारण है कि राजधानी के मंदिरों में साल के पहले दिन लोग विशेष पूजा का आयोजन कराते हैं, जिसकी बुकिंग भी शुरू हो गयी है. मंदिरों में भक्तों को पूजा-अर्चना करने में परेशानी नहीं हो, इसका पूरा ख्याल रखा जाता है.
मेष
आज आपके राशी के स्वामी सप्तम स्थान में हैं. आप कार्य में अपनी पसंदीदा चीजों की तरफ ध्यान देंगे. अपने पसंदीदा विषय में महारत हासिल करने का निर्णय लेंगे. स्टंट न करें, शरीर प्रभावित हो सकता है. हनुमान जी का दर्शन कर दिनचर्या शुरू करें.
वृष
आपकी राशि के स्वामी शनि के साथ सप्तम बहव में हैं. खुशी के साथ दिन गुजरेगा. आज लेन-देन और दोस्ती से बचें. अपनी बातों को बहुत प्रभावशाली ढंग से रखने में सफल होंगे. मां दुर्गा की आराधना कर वर्ष की शुरुआत करें.
मिथुन
आपकी राशि के स्वामी अष्टम भाव में हैं. आपका पराक्रम और साहस खूब बढ़ा रहेगा. नये समाज में मान-सम्मान मिलेगा. परिवार में सुख शांति रहेगी. लंबी यात्रा से बचें. गणेश भगवन की पूजा करें.
कर्क
चंद्र तीसरे भाव में स्थित है. ज्यादा साहसिक कार्यों से बचें. दूसरे के काम अड़ंगा न लगावें. भाई-बहनों से गलतफहमियां दूर कर सकेंगे और नये वादे किये जायेंगे. भोले की आराधना से वर्ष की शुरुआत बेहतर होगी.
सिंह
आपकी राशि के स्वामी पंचम भाव में हैं. पिता और उच्च अधिकारियों का सहयोग मिलेगा. मेहनत व अनुभव द्वारा कुछ नवीन स्थिति को पाएंगे. पैसे का निवेश करें. सूर्य देव की आराधना करें.
कन्या
आपकी राशि के स्वामी पंचम भाव में हैं. कार्यक्षेत्र के लिए आज दिन की शुरुआत अच्छी रहेगी. व्यापार-व्यवसाय से जुड़े लोग कुछ विशेष करने के मूड में रहेंगे. विष्णु भगवान की पूजा कर साल का पहला दिन की शुरुआत करें.
तुला
आपकी राशि के स्वामी दूसरे स्थान में है. आपको मेहनत के अनुरूप परिणाम कम मिलेगा. धैर्य के साथ काम करते रहें. विवाद के स्थान पर स्थान-परिवर्तन के बारे में चिंतन करें. लक्ष्मी की पूजा करें.
वृश्चिक
मंगल 12वें स्थान में है. अपने अच्छे कर्मों के कारण कामों में सफल रहेंगे. कुछ सफल व्यावसायिक यात्राएं भी होंगी. आर्थिक मामले में कुछ बेहतर उपलब्धियां आपके हिस्से में आ सकती हैं. हनुमान जी की पूजा करें.
धनु
आपकी राशि के स्वामी 9वें स्थान में हैं. व्यापार या व्यवसाय शुरू करने में खर्चे हो सकते हैं. अचानक बड़ा लाभ हो सकता है. शुरुआत रूद्र पूजन के साथ करें.
मकर
आपके राशि के स्वामी 11वें स्थान में हैं. नये कार्य की योजना बनाकर आगे बढ़ें. लाभ के योग हैं. पुराने रश्तिेदार या परिचित से स्नेह मिलेगा और आर्थिक मामलों के लिए अनुकूल रहेगा. दुर्गासप्शती का पाठ कर साल की शुरुआत करें.
कुंभ
आपकी राशि के स्वामी 10वें स्थान में हैं. काम के दौरान मेहनत का अच्छा रिजल्ट भी आपको मिलता दिखायी देगा. बाहरी रूप से काम के नये मौके मिल सकते हैं. श्रीसुक्त पाठ से दिन की शुरुआत करें.
मीन
आपकी राशि के स्वामी छठे स्थान में हैं. अनावश्यक लोगों से दूरी बनाकर रखें. कारोबार में आपको नये लोगों का साथ मिलेगा. देवों के देव महादेव की पूजा कर दिन की शुरुआत करें.
महावीर मंदिर सहित अन्य मंदिरों में सुबह से खुल जायेगा पट
साल के पहले दिन मंदिरों में जाने वाले भक्तों के लिए मंदिर प्रशासन सुबह से पट खोल देगा. महावीर मंदिर में जिनको एक जनवरी को पूजा करनी है, वह अभी से बुकिंग करा सकते है. बोरिंग रोड, बेली रोड, जगदेव पथ, दरभंगा हाउस में पूजा करने वाले भक्तों के लिए हर दिन की तरह उसी समय में पट खुलेगा. भक्त अपनी मुताबिक या राशि के मुताबिक पूजा कराये इसके लिए हर मंदिर में पुरोहित उपलब्ब्ध होंगे.
हर लोग साल का पहले दिन को यादगार बनाना चाहता है. इस कारण से हर व्यक्ति अपने दिन की शुरुआत पूजा-अर्चना से करता है. अगर ऐसे में लोग अपनी पूजा राशि के मुताबिक करें, तो उनका दिन उत्तम होगा. आनेवाला साल बेहतर होगा और पहले दिन का कर्म उनके साथ अगले दिन भी चलेगा.
पं. श्रीपति त्रिपाठी

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