काबुल : भारतीय लोकतंत्र की ओर से अफगानिस्तान को एक अमूल्य भेंट प्रदान की जाएगी. अफगानिस्तान में लोकतंत्र के केंद्र माने जाने वाले संसद का भवन राजधानी काबुल में बनकर तैयार है. जानकारी के मुताबिक आने वाले दिनों में इसका उद्घाटन भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कर सकते हैं. भारत ने अफगानिस्तान से अपना संबंध सुधारने और आपसी एकजुटता को दर्शाने के लिए संसद भवन बनाने का काम सात साल पहले शुरू हुआ था. यह भवन इस साल के अंत यानी की 31 दिसंबर को बनकर तैयार हो जाएगा.
गौरतलब हो कि संसद भवन को चार साल पहले ही बनकर तैयार होना था लेकिन यह अब जाकर अपने अंतिम रुप में आएगा. भारत सरकार के अधिकारियों के मुताबिक संसद भवन का काम नब्बे फीसदी से ऊपर पूरा हो चुका है. अफगानिस्तान के स्थानीय समाचारों के मुताबिक इस निर्माण पर चार करोड़ से ज्यादा डॉलर खर्च होना था जो बाद में बढ़कर नौ करोड़ से ज्यादा हो गया. भवन का वास्तुशिल्प मुगल और आधुनिक स्थापत्य कला पर निर्भर है. इस भवन का ऊपरी भाग एशिया का सबसे बड़े गुंबद के रुप में जाना जाएगा.