छठे क्लास का बच्चा बना रहा गाड़ियों का मॉडल

समर की प्रतिभा के कायल हुए लोग मोकामा : जिस उम्र में आम बच्चे खिलौने से खेलते हैं, उसी उम्र में कबाड़ से जरूरत का सामान निकाल कर एक लड़का अपनी प्रतिभा का न सिर्फ लोहा मनवा रहा है, बल्कि लोगों के बीच कौतूहल का भी विषय बन चुका है़ मोकामा के मोर पूर्वी गांव […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 23, 2015 6:19 AM

समर की प्रतिभा के कायल हुए लोग

मोकामा : जिस उम्र में आम बच्चे खिलौने से खेलते हैं, उसी उम्र में कबाड़ से जरूरत का सामान निकाल कर एक लड़का अपनी प्रतिभा का न सिर्फ लोहा मनवा रहा है, बल्कि लोगों के बीच कौतूहल का भी विषय बन चुका है़ मोकामा के मोर पूर्वी गांव का रहनेवाला समर उन प्रतिभाशाली बच्चों में से एक है, जो कबाड़ के सामानों से विभिन्न गाड़ियों का मॉडल बना रहा है़

अब तक आठ से अधिक गाड़ियों का मॉडल बना चुका समर चर्चा का केंद्र बना हुआ है़ मोर निवासी समर उर्फ विकास छठी कक्षा का छात्र है, लेकिन उसके कारनामे सुन कर बड़े भी दांतों तले अंगुली दबा रहे हैं. बैटरी से चलनेवाली गाड़ियों का परीक्षण कर वह उसे अपने घर के आसपास के मैदान में दौड़ा भी चुका है.

समर द्वारा तैयार की गयीं गाड़ियां डायनेमो, बैटरी तथा कबाड़ के अन्य सामान जैसे प्लास्टिक, गत्ता, टीन का टुकड़ा, नट- बोल्ट आदि से चलती हैं. समर बताता है कि अब तक वह पंपिंग सेट, कार, अॉटो रिक्शा, ट्रक और ट्रैक्टर मॉडल बना चुका है. उसके द्वारा बनायी गयी सभी गाड़ियां फर्राटे से दौड़ भी लगाती हैं. वह उन गाड़ियों को भी बना चुका है , जो सामान ढोने का काम करती हैं पिछले तीन दिनों से मोर गांव में समर की प्रतिभा लोगों के बीच चर्चा का विषय बनी हुई है़

समर के पिता राजेश प्रसाद बिजली मजदूर थे़ पिछले सितंबर में उनकी मृत्यु हो गयी थी.उसके द्वारा तैयार किया गया पंपिंग सेट पानी को भी खींचता है. समर के पड़ोसी अरविंद कुमार कहते हैं कि बेशक यह गरीब परिवार का लड़का है और उसके यहां पढ़ाई के उतने साधन उपलब्ध नहीं , लेकिन इसने अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाया है़ मोर पूर्वी मध्य विद्यालय में छठी कक्षा का छात्र समर कुमार कहता है कि उसकी दिली इच्छा पढ़ाई करने की है, उसके पास संसाधनों का अभाव है. समर पढ़- लिख कर अॉटोमोबाइल इंजीनियर बनना चाहता है.

पड़ोसी अरविंद कुमार कहते हैं कि समर की मां सुनीता देवी पढ़ाने में सक्षम नहीं है, लेकिन यदि सरकारी या गैरसरकारी स्तर पर समर को कोई मदद मिलती है तो निश्चित तौर पर यह इलाके का नाम रोशन करेगा. समर कहता है कि अब उसकी इच्छा एक जहाज बनाने की है और जिस दिन उसको जहाज के इंजन के तकनीक की जानकारी हो जायेगी तो वह जहाज बनाने पर भी काम करेगा. समर द्वारा तैयार किये जा रहे मॉडल अभी तक सफल साबित हुए हैं.

सुनीता देवी अपने पति को खोने के बाद परेशानी से गुजर रही हैं. कहती हैं कि किसी तरह यदि मदद मिलती वह निश्चित तौर पर अपने बच्चे को अच्छी शिक्षा दिलाने का प्रयास करतीं.

पिता को काम करते देखता था

समर कहता है कि जब हमारे पिता मेकैनिक का काम करते थे, तो घर में मशीनें आती थीं. जब वह अपने पिता को काम करते हुए देखता था, तो उसके अंदर भी कौतूहल जागता था.

उसने मशीनों से खेलना शुरू कर दिया था. समर बताता है कि तीन बोल्ट के डायनेमो से उसने सबसे पहले अॉटोरिक्शा बनाया था़ इसके बाद 10 और 12 वोल्ट के डायनेमो से ट्रक व ट्रैक्टर. हैरानी इस बात कि है उसने उस थ्रेसर मशीन का मॉडल तैयार किया है, जिससे कि बेहतर तरीके से घास की कटाई हो जाती है.

Next Article

Exit mobile version