इस्तीफा देने का भी होता है एक तरीका
।। दक्षा वैदकर ।। हर कंपनी में कुछ लोग ज्वॉइन करते हैं, तो कुछ लोग इस्तीफा देते हैं. ज्वॉइन करने और इस्तीफा देने की परंपरा सालों से चली आ रही है और यह होनी भी चाहिए. जाहिर-सी बात है कि अगर कोई दूसरी कंपनी आपको बेहतर सैलरी या पद देगी तो आप जॉब छोड़ेंगे ही. […]
।। दक्षा वैदकर ।।
हर कंपनी में कुछ लोग ज्वॉइन करते हैं, तो कुछ लोग इस्तीफा देते हैं. ज्वॉइन करने और इस्तीफा देने की परंपरा सालों से चली आ रही है और यह होनी भी चाहिए. जाहिर-सी बात है कि अगर कोई दूसरी कंपनी आपको बेहतर सैलरी या पद देगी तो आप जॉब छोड़ेंगे ही. दू
सरा, जॉब छोड़ने की वजह यह भी हो सकती है कि आपकी बॉस ने बनती न हो. खैर, वजह कोई भी हो. यहां मैं बात कर रही हूं इस्तीफा देने के तरीकों की. पिछले कुछ दिनों में मुङो इस्तीफा देने के तरह-तरह के तरीकों के बारे में पता चला. कुछ लोगों के तरीके को देख कर हंसी आयी, तो कुछ को देख सम्मान प्रकट करने की इच्छा हुई. दरअसल, इस्तीफा देने का तरीका ही बताता है कि आप किस तरह के इनसान हैं.
किसी मित्र ने बताया कि एक कंपनी में कुछ लोगों ने अजीब तरह से इस्तीफा दिया. सुबह मीटिंग अटेंड की, आज की प्लानिंग बतायी और यह भी कहा कि शाम तक सारे काम पूरे कर के देंगे. पता चला कि शाम को बिना काम सबमिट किये सीधे इस्तीफा दे दिया.
जो जिम्मेवारी उन्होंने सुबह ली थी, कर्मचारी ने उसे भी पूरा करना जरूरी नहीं समझा. वे बस चाह रहे थे कि किस तरह काम से पीछा छूटे. आप अंदाजा लगा सकते हैं कि जिन लोगों को एक दिन का काम करना इतना भारी पड़ रहा था, वे नयी कंपनी में जा कर क्या काम करेंगे.
अब दूसरे व्यक्ति का इस्तीफा देने का तरीका देखें. उन्होंने अपने बॉस को इस्तीफा दिया और ऑफिस के सारे लोगों से विदा लेने उनकी टेबल तक पहुंचे. सभी से हाथ मिलाया और संपर्क बनाये रखने को कहा. इतना ही नहीं, जिन चीजों की कंपनी को आगे जरूरत पड़ सकती है, सारी चीजों की जानकारी फोल्डर बना कर अगले व्यक्ति तक पहुंचा दी. ये हुआ प्रोफेशनल व सही तरीका.
एक अन्य उदाहरण देखें. जब इस तीसरे व्यक्ति ने बॉस को इस्तीफा दिया और बॉस ने कहा कि अभी तुम्हारी जगह काम करने लायक कोई है नहीं, तो उस व्यक्ति ने सहर्ष कहा ‘जब तक कोई नहीं मिल जाता, मैं काम करूंगा.’ आप समझ सकते हैं कि इनमें से किन लोगों पर कंपनियों को भरोसा करना चाहिए और किन पर नहीं.
बात पते की..
– प्रोफेशनल तरीका अपनाएं. कोई व्यक्ति हो या कंपनी, किसी को भी धोखा दे कर न जाएं. यदि जाना भी है तो इस अंदाज में जाएं कि दोस्ती बनी रहे.
– कंपनी छोड़ते वक्त अपशब्द कहना, आपके वापस आने के रास्ते भी बंद कर देता है. ऐसा व्यवहार संदेश देगा कि आप भरोसेमंद व्यक्ति नहीं हैं.