सबसे ज्यादा आइ सजर्री करनेवाला अस्पताल
अरविंद नेत्रालय न केवल कम खर्च पर मरीजों का ऑपरेशन करता है, बल्कि उन्हें सस्ते लेंस भी उपलब्ध कराता है. अमेरिकन एंटरप्रेन्योर डेविड ग्रीन के साथ मिल कर अस्पताल ने ‘ऑरोलैब’ नाम का लेंस बनाने का सेटअप बनाया है. आज की तारीख में ‘ऑरोलैब’18 लाख लेंस का निर्माण कर रहा है. विश्व की सात फीसदी […]
अरविंद नेत्रालय न केवल कम खर्च पर मरीजों का ऑपरेशन करता है, बल्कि उन्हें सस्ते लेंस भी उपलब्ध कराता है. अमेरिकन एंटरप्रेन्योर डेविड ग्रीन के साथ मिल कर अस्पताल ने ‘ऑरोलैब’ नाम का लेंस बनाने का सेटअप बनाया है. आज की तारीख में ‘ऑरोलैब’18 लाख लेंस का निर्माण कर रहा है. विश्व की सात फीसदी सजर्री अरविंद नेत्रालय में की जाती है.
अरविंद नेत्रालय देश ही नहीं, विश्व के प्रमुख आइ हॉस्पिटलों में एक है. इसे विश्व में सबसे अधिक आइ सजर्री करनेवाले अस्पताल के रूप में भी जाना जाता है. विश्व की सात फीसदी सजर्री ‘अरविंद नेत्रालय’ में की जाती है. इसकी स्थापना डॉ गोविंडप्पा वेंकटस्वामी ने 1976 में की थी. कुछ ही वर्ष में अरविंद नेत्रालय का नेटवर्क पूरे देश में बिछ गया. आज इसकी शाखाएं पुड्डुचेरी, कोयंबटूर, थेनी, तिरुनेलवेली, कोलकाता व अमेठी जैसे शहरों में हैं. विगत 36 वर्षो में अस्पताल में तीन करोड़ 20 लाख मरीजों का उपचार हुआ है. करीब 40 लाख मरीजों की आंखों का ऑपरेशन हुआ है. इसमें से अधिकतर का ऑपरेशन मुफ्त या बहुत कम खर्च पर किया गया है.
अस्पताल की विभिन्न शाखाओं में एक दिन में 2000 से भी अधिक मरीज इलाज के लिए पहुंचते हैं. कम कीमत पर इतनी बेहतरीन सुविधा देने के लिए अस्पताल पर कई सारे रिसर्च किये जा रहे हैं. अस्पताल में हर तरह के मरीजों के इलाज की सुविधाएं हैं. विदेशों से आनेवाले व अन्य संपन्न मरीजों से अस्पताल बाजार दर से फीस वसूलता है, जबकि गरीब मरीजों का मुफ्त इलाज होता है.
सस्ते लेंस भी कराता है उपलब्ध
अरविंद नेत्रालय न केवल कम कीमत पर मरीजों का ऑपरेशन करता है, बल्कि उन्हें सस्ते लेंस भी उपलब्ध कराता है. अमेरिकन एंटरप्रेन्योर डेविड ग्रीन के साथ मिल कर अस्पताल ने ‘ऑरोलैब’ नाम का लेंस बनाने का सेटअप बनाया है. आज की तारीख में ‘ऑरोलैब’ 18 लाख लेंस का निर्माण कर रहा है और एक लेंस की कीमत महज 2 डॉलर यानी 130 रुपये के करीब आ रही है.
कई अवार्ड से सम्मानित
अरविंद नेत्रालय को देश-विदेश के कई अवार्ड से सम्मानित किया जा चुका है. अस्पताल को वर्ष 2008 में ‘ग्लोबल हेल्थ’ के लिए ‘गेट्स अवार्ड’ मिला. 2010 में ‘कोनराड एन हिल्टन ह्यूमनिटैरियन’ प्राइज मिला. 2011 में अस्पताल को भारत के सबसे इनोवेटिव अस्पताल का खिताब मिला. फिक्की ने अस्पताल को बेस्ट प्राइवेट हॉस्पिटल के खिताब से भी नवाजा है.