सीमा पार तनाव को कम करने के लिए पाकिस्तान और अफ़ग़ानिस्तान के सैन्य कमांडरों के बीच हॉटलाइन सेवा शुरू की गई है.
पाकिस्तानी सेना के प्रवक्ता के मुताबिक़ दोनों देशों की सीमा पर तालमेल सुधारने के लिए पहली बार हॉटलाइन का इस्तेमाल किया गया है.
पाकिस्तान के सेना प्रमुख राहील शरीफ़ की अफ़ग़ानिस्तान यात्रा के दौरान हॉटलाइन शुरू करने पर सहमति बनी थी.
तालिबानी हमले के ख़तरे का मुक़ाबला करने के लिए सीमा पार समन्वय दोनों देशों के लिए एक महत्वपूर्ण मुद्दा है.
इस महीने के शुरू में पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज़ शरीफ़ ने कहा था कि पड़ोसियों से शांतिपूर्ण रिश्ता रखना पाकिस्तान की विदेशी नीति का प्रमुख हिस्सा है.
इस महीने के शुरू में अफ़ग़ानिस्तान के राष्ट्रपति अशरफ़ ग़नी ने पाकिस्तान से संचालित चरमपंथी समूहों पर हिंसा बढ़ाने का आरोप लगाया था.
अफ़ग़ानिस्तान के अधिकारियों का आरोप है कि अफ़ग़ान तालिबान के वरिष्ठ नेताओं को पाकिस्तान अपने यहां से अभियान चलाने की आज़ादी देता है.
हालांकि पाकिस्तान इसका खंडन करता रहा है, लेकिन यह भी मानता है कि वह चरमपंथियों के संपर्क में है.
हॉटलाइन शुरू करने की ख़बर ऐसे समय में आई है, जब अफ़ग़ानिस्तान शांति वार्ता में तालिबान को शामिल करने की संभावनाएं तलाशने के लिए अगले सप्ताह पाकिस्तान, अमरीका और चीन के साथ बैठक की मेज़बानी करेगा.
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