महिला हिंसा व शराब के विरोध में गोलबंद हुईं महिलाएं
विकास गोस्वामीबोकारो जिले के कसमार प्रखंड की दुर्गापुर पंचायत में महिला हिंसा व शराब पीने वालों की अब खैर नहीं होगी. गांव की महिलाएं अब स्वयं ऐसे लोगों को सबक सिखाने का काम करेंगी. इसके लिए महिलाएं गोलबंद होने लगी हैं. 29 नवंबर को इस उद्देश्य से दुर्गापुर के लगभग 140 स्वयं सहायता समूहों से […]
विकास गोस्वामी
बोकारो जिले के कसमार प्रखंड की दुर्गापुर पंचायत में महिला हिंसा व शराब पीने वालों की अब खैर नहीं होगी. गांव की महिलाएं अब स्वयं ऐसे लोगों को सबक सिखाने का काम करेंगी. इसके लिए महिलाएं गोलबंद होने लगी हैं. 29 नवंबर को इस उद्देश्य से दुर्गापुर के लगभग 140 स्वयं सहायता समूहों से जुड़ी दर्जनों महिलाओं की बैठक डुंडाडीह स्थित आंगनबाड़ी केंद्र परिसर में आयोजित हुई.
बैठक को संबोधित करते हुए अलका देवी ने कहा कि पिछले कुछ समय से गांवों में महिला हिंसा में बढ़ोतरी हुई. महिलाएं गांव घर में तरह-तरह से प्रताड़ित होने लगी है. मंजूरा के लाहरटांड़ में एक नवविवाहिता की हत्या का उल्लेख करते हुए श्रीदेवी ने कहा कि छोटी-मोटी प्रताड़ना से बात जान ले लेने तक बढ़ने लगी है. महिलाओं ने कहा कि महिला हिंसा का बड़ा कारण शराब है. शराब पीकर लोग महिलाओं पर अत्याचार करते हैं.
इसलिए सबसे पहले शराब पीने और बेचने वालों को सबक सिखाया. बैठक में यह भी तय हुआ कि चाहे जिसका भी पति, भाई, बेटा क्यों न हो अगर शराब के नशे में पाया गया तो गांव की सभी महिलाएं मिल कर उसे सबक सिखाने का काम करेंगी. वक्ताओं ने यह भी कहा कि महिलाएं अब किसी प्रकार का अत्याचार सहन नहीं करेंगी. ऐसी किसी भी प्रकार की घटना का महिलाएं एकजुट होकर विरोध करेंगी व दोषी व्यक्ति को सबक सिखाया जायेगा.
अगर सामाजिक तौर पर उसमें कोई सुधार नहीं हुआ तो कानून का सहारा लिया जायेगा. बैठक के आयोजन में विशेष भूमिका निभाने वालों में सामाजिक कार्यकर्ता पंचानन महतो, संदीप कुमार व वार्ड सदस्य भीम कुमार शामिल थे. बैठक में तय किया गया कि प्रत्येक महीने की आठ तारीख को महिलाएं बैठक कर स्थिति की समीक्षा करेंगी और आवश्यक निर्णय लेंगी. बैठक में बसंती देवी, समरा देवी, करमी देवी, संगीता देवी, यशोदा देवी, ललिता देवी, सरिता देवी, फुटु देवी, कमली देवी, सुशोषना देवी काफी संख्या में महिलाएं शामिल हुई.