बायोडाटा में गुण बढ़ा चढ़ा कर कभी न लिखें

दक्षा वैदकर एक युवक ने जॉब के लिए एक कंपनी में अपना बायोडाटा दिया. कंपनी के अधिकारी ने उससे थोड़ी देर बातचीत की. उन्हें वह युवक जॉब के लिए ठीक लगा. क्योंकि, उसमें गजब का आत्मविश्वास था. उन्होंने उसे बायोडाटा दे कर जाने को कहा. जब अधिकारी थोड़ा फ्री हुए और यूं ही उसका बायोडाटा […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 8, 2016 12:43 AM
दक्षा वैदकर
एक युवक ने जॉब के लिए एक कंपनी में अपना बायोडाटा दिया. कंपनी के अधिकारी ने उससे थोड़ी देर बातचीत की. उन्हें वह युवक जॉब के लिए ठीक लगा. क्योंकि, उसमें गजब का आत्मविश्वास था. उन्होंने उसे बायोडाटा दे कर जाने को कहा. जब अधिकारी थोड़ा फ्री हुए और यूं ही उसका बायोडाटा पढ़ने लगे, तो उनका ध्यान उसके अनुभव वाले सेक्शन में गया. उसमें युवक ने कई जगहों पर काम करने के अनुभव के बारे में लिखा था.
कहीं पर एक साल का डाटा एंट्री ऑपरेटर का काम लिखा था, तो कहीं मार्केटिंग में एक साल का अनुभव. इस तरह उसने चार साल अलग-अलग कंपनियों में अपने काम करने का दावा किया था. अधिकारी को बड़ा अचरज हुआ, क्योंकि युवक ने एक साल पहले ही ग्रेजुएशन पूरा किया था.
उन्होंने जांच-पड़ताल शुरू की. जिन-जिन कंपनियों का उसने जिक्र किया था. वहां के लोगों से उस युवक के बारे में जानकारी जुटायी, तो पता चला कि उसने उन कंपनियों में काम जरूर किया है, लेकिन एक-एक साल नहीं किया है. किसी में 15 दिन, तो किसी में एक महीने. एक कंपनी के अधिकारी ने तो यह तक बताया कि उसने मात्र दो महीने काम किया और बिना बताये जॉब पर आना बंद कर दिया.
इस कंपनी के अधिकारी को मामला समझ में आ गया. उन्होंने उस युवक को फोन कर ऑफिस बुलाया. युवक बहुत खुश हो गया. उसे लगा कि उसे जॉब मिल गयी, लेकिन ऐसा कुछ नहीं हुआ. अधिकारी ने उसे डांटा और कहा कि 15 दिन, एक महीने के काम के अनुभव को तुम जब बढ़ा-चढ़ा कर एक साल का बता सकते हो, तो तुम तरक्की के लिए किसी भी हद तक झूठ बोल सकते हो.
जिस व्यक्ति ने इंटरव्यू के दौरान ही झूठ बोला है, उस पर मैं भविष्य में भरोसा नहीं कर सकता. ये नौकरी तो तुम्हें मिलने से रही, लेकिन अगर तुम चाहते हो कि दूसरी किसी कंपनी में तुम्हें नौकरी मिले, तो पहले अपना बायोडाटा ठीक करो. हर बात की जानकारी सही-सही लिखो. कंपनी के अधिकारियों को बेवकूफ समझना बंद करो.
daksha.vaidkar@prabhatkhabar.in
बात पते की..
– कई युवा अपने बायोडाटा को गंभीरता से नहीं लेते. दोस्तों का बायोडाटा कॉपी कर अपना नाम लिख देते हैं. इसमें कई बातें झूठी होती हैं.
– बायोडाटा में हर जानकारी सही लिखें. अगर आपको अंगरेजी नहीं आती, तो उसका जिक्र न करें. ये न सोचें कि दो भाषा लिखने से इंप्रेशन पड़ेगा.

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