इस्लामाबाद : भारतीय एयरबेस पठानकोट पर हमले को लेकर पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने आज एक महत्वपूर्ण बैठककरकई अहम फैसले लिये. अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर दवाब झेल रहे पाकिस्तान के प्रधानमंत्री ने हमले के दो दिन के भीतर आज दूसरी उच्चस्तरीय बैठक बुलायी . जिसमें आईएसआई और पाकिस्तान आर्मी प्रमुख के अलावा राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार नासिर जांजुआ भी शामिल हुए. भारत की ओर से पाकिस्तान को पठानकोट आंतकी हमले के कुछ सबूत मुहैया कराये गये थे जिसकी जांच करने का आदेश इस बैठक में दिया गया.
दोषियों को कड़ी सजा का प्रावधान
मीडिया में आ रही खबरों के मुताबिक इस बैठक में पठानकोट एयरबेस हमले को लेकर विस्तार से चर्चा हुई. मीडिया के हवाले से जो खबर आई है उसके मुताबिक नवाज शरीफ ने भारत द्वारा दिए गए सबूतों पर अपनी सहमति जताते हुए जांच की बात दोहराई है. पाकिस्तान के सूत्रों के हवाले से मिली खबरे के मुताबिक भारत द्वारा दिए गए सबूतों को पाकिस्तान के खुफिया ब्यूरो प्रमुख सुल्तान को सौंप दिया गया है. बैठक में नवाज शरीफ ने यह भी कहा कि पाक आतंकवाद विरोधी प्रयास के तहत भारत का सहयोग
करने के लिए तैयार है.
बातचीत का क्रम नहीं टूटेगा
एनएसए के सलाहकार नासिर खान जांजुआ को भी सरकार की ओर से निर्देश दिया गया है कि वह हमले के बाद अपने भारतीय समकक्ष अजीत डोभाल के संपर्क में रहें और सकारात्मक बातचीत की कड़ियों को टूटने ना दें. सूत्रों के हवाले से खबर यह भी आई कि भारत की ओर से जो जानकारी पाकिस्तान को मुहैया करायी गयी है वह सिर्फ और सिर्फ टेलीफोन नंबरों तक सीमित है. इसलिए हो सकता है कि आगामी दिनों में जांच प्रक्रिया को आगे बढ़ाने के लिए पाकिस्तान भारत से और भी जानकारी या सबूत मांग सकता है. बैठक में इस बात पर पूरी तरह सहमति बनी कि यदि कोई पठानकोट हमले का दोषी पाकिस्तान में पाया जाता है तो उसे कड़ी से कड़ी सजा दी जाएगी.
और सबूतों की हो सकती है दरकार
अभी हाल में जो भारत की जांच एजेंसियों को सबूत मिले हैं उसमें आतंकी अपने साथ लाहौर में बने पेनकिलर और कराची में बनी सीरिंज को लेकर आए थे. यह सारा समान और बना बनाया खाना भी साथ लाए थे जो एयरबेस के पास की बिल्डिंग में मिले हैं. गोलीबारी के दौरान जहां-जहां आतंकी छीपे थे वहां पर जांच के बाद कई ऐसे सबूत मिले हैं जिससे पता चलता है कि उनका पाकिस्तान से कनेक्शन है. इतना ही नहीं भारतीय जांच एजेंसियों को पाकिस्तान के उस उस्ताद का नंबर भी मिल गया है जिससे फोन आयाथावह नंबर भी पाकिस्तान को सौंप दिया गया है.