इस्लामाबाद / नयी दिल्ली : पठानकोट हमले की वजह से भारत-पाकिस्तान प्रस्तावित वार्ता को लेकर दोनों देशों की ओर से संकेतों का दौर जारी है. 15 तारीख को होने वाली वार्ता का समय काफी नजदीक है. पाकिस्तान की ओर से यह संकेत दिया जा चुका है कि भारत की ओर से आतंकी हमले का जो सबूत सौंपा गया है वह काफी कम है. जानकारी के मुताबिक पाकिस्तान से जो मीडिया रिपोर्ट आ रही है उसके मुताबिक पठानकोट हमले की जांच के शुरूआती रिजल्ट को पाक ने भारत को सौंप दिया है और अब भारत की ओर से जवाब की उम्मीद जताई जा रही है. वहीं भारत का कहना है कि पठानकोट के आतंकियों के तार जैश-ए-मोहम्द आतंकी संगठन से जुड़े हुए हैं.
भारत के मुताबिक फोन की ऑडियो ट्रांस्क्रिप्टस और नंबर पड़ोसी मुल्क को मुहैया कराया गया है. वहीं सूत्रों के हवाले से खबर मिली है कि भारत द्वारा दिए गए टेलीफोन नंबर पाकिस्तान में कहीं भी रजिस्टर्ड नहीं हैं. पाकिस्तान ने भारत से और भी सबूतों की मांग रखी है. गौरतलब हो कि इस हमले में भारत के सात जवान शहीद हुए थे जबकि 20 जवान घायल हुए थे. भारत का साफ संदेश है कि पाकिस्तान वैसे आतंकियों पर कार्रवाई करे. वहीं दूसरी और पठानकोट हमले को लेकर अमेरिका के तेवर भी पाकिस्तान के प्रति काफी तल्ख देखा गया है. हमले के बाद पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने एक संयुक्त जांच कमेटी बनायी है. वहीं कुछ संदिग्धों के गिरफ्तारी की भी खबर है.