धागों से बुनें कैरियर की राह

एक टेक्सटाइल डिजाइनर का काम भी काफी हद तक किसी फैशन डिजाइनर की तरह ही होता है. इसमें आपको फैब्रिक पर विभिन्न डिजाइंस आदि को क्रिएटिविटी के साथ पेश करना होता है. इस क्षेत्र में कैरियर के बारे में जानें विस्तार से. पारंपरिक कैरियर विकल्पों से इतर फैशन इंडस्ट्री ने भारत में अपने पैर गहाराई […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 12, 2013 11:34 AM

एक टेक्सटाइल डिजाइनर का काम भी काफी हद तक किसी फैशन डिजाइनर की तरह ही होता है. इसमें आपको फैब्रिक पर विभिन्न डिजाइंस आदि को क्रिएटिविटी के साथ पेश करना होता है. इस क्षेत्र में कैरियर के बारे में जानें विस्तार से.

पारंपरिक कैरियर विकल्पों से इतर फैशन इंडस्ट्री ने भारत में अपने पैर गहाराई से जमा लिये हैं. इसकी एक शाखा है टेक्सटाइल डिजाइनिंग. टेक्सटाइल डिजाइनिंग, फैशन जगत का एक हालिया विकसित हुआ कोर्स है. इसमें नौकरी के बेशुमार विकल्प मौजूद हैं. इस कोर्स के माध्यम से विदेश के द्वार भी खुलते हैं.

अब भारत के कपड़ों और डिजाइनरों की मांग विदेशों में बहुत ज्यादा है. यही वजह है कि यहां टेक्सटाइल डिजाइनिंग का काम तेजी से प्रसिद्ध हुआ है. आकड़ों पर गौर करें, तो पिछले पांच वर्षो में टेक्सटाइल में कैरियर बनानेवालों की संख्या में तेजी से इजाफा हुआ है. यही नहीं, इस क्षेत्र में अब मॉडर्न टेक्नोलॉजी का भी इस्तेमाल होने लगा है, जिन्हें सीखने व समझने के लिए टेक्सटाइल कोर्स की जरूरत पड़ी है.

बारीक ज्ञान है जरूरी
यह वस्त्रों से जुड़ा विज्ञान है, जिसमें आपको हर कपड़े को बारीकी से समझना होता है. टेक्सटाइल डिजाइनर को कपड़े, छपाई, रंगाई, कशीदाकारी और डिजाइन प्रोसेस आदि की जानकारी, कपड़े के रेशे व सूत के इतिहास के बारे में भी जानकारी जरूरी है. वहीं, तकनीकी ज्ञान जैसे करघे को चलाना, विभिन्न धागों को आपस में मिक्स एंड मैच करना आदि भी जरूरी है.

कैसा है कैरियर
एक टेक्सटाइल डिजाइनर अपनी क्रिएटिविटी के जरिये विभिन्न डिजाइनों को कपड़े पर उतार सकता है. ऐसे में जो डिजाइनर जितना अलग सोचेगा, वह उतना ही आगे बढ़ेगा. कपड़ा डिजाइन करने में डिजाइनिंग रिसर्च का अनुभव होना चाहिए. इससे उपभोक्ता की जरूरत को समझा जा सकता है. छात्रों को यह भी मालूम होना चाहिए कि किस तरह की डिजाइन मांग में है. तभी वे अच्छा बिजनेस कर सकते हैं. साथ ही उनकी पकड़ मार्केट व बिजनेस पर भी होनी चाहिए.

मार्केट का रखें ध्यान
एक टेक्सटाइल डिजाइनर डिजाइनिंग का खाका, रंगाई और बहुत सी चीजों पर काम करता है. डिजाइन स्टूडियो में नमूना और डिजाइन तैयार करने में लंबा समय लगता है. जब भी नया डिजाइन तैयार किया जाता है, तो पहले कपड़े के बैकग्राउंड व डिजाइन के कॉन्सेप्ट को समझना होता है, क्योंकि कोई प्रोडक्ट मार्केट में हिट होगा या नहीं, यह काफी हद तक डिजाइनिंग पर ही निर्भर करता है.

गुण जो हैं जरूरी
एक टेक्सटाइल डिजाइनर को अलग-अलग डिजाइनिंग में रुचि होनी चाहिए. उसे फैशन व नये ट्रेंड की जानकारी होनी चाहिए. कोर्स कर रहे छात्र को मेहनती व उपभोक्ताओं की जरूरत का पता होना चाहिए.

कैसे हैं कोर्स
टेक्सटाइल डिजाइनिंग में कैरियर बनाना चाहते हैं, तो बारहवीं पास होना जरूरी है. इसमें डिग्री कोर्स करनेवाले और बीएससी होम साइंस वालों को एमएससी टेक्सटाइल डिजाइनिंग में दाखिला मिलता है. नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ फैशन टेक्नोलॉजी (निफ्ट) में भी यह कोर्स उपलब्ध है. निफ्ट में आप एक से तीन वर्ष तक का कोर्स कर सकते हैं.

निफ्ट में लें प्रवेश
निफ्ट में दाखिला लेने के इच्छुक विद्यार्थी संबंधित कोर्स के लिए आवेदन कर सकते हैं. ऑनलाइन आवेदन प्रक्रिया शुरू हो चुकी है. यहां तीन वर्षीय स्नातक और मास्टर्स डिग्री कोर्स कराया जाता है. आवेदन ऑनलाइन की अंतिम तिथि 10 जनवरी है. इन कोर्सो के लिए प्रवेश परीक्षा भी ऑनलाइन ही आयोजित की जायेगी. परीक्षा 9 और 23 फरवरी, 2014 को होगी. सिंगल कोर्स के लिए किसी भी परीक्षा तिथि का चयन कर सकते हैं. जबकि दो कोर्सो के लिए आवेदकों को पहली तिथि 9 चुननी होगी और दूसरी 23 चुननी होगी.

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