वाशिंगटन : अमेरिकी राष्ट्रपति पद की डेमोक्रेटिक उम्मीदवारी की शीर्ष दावेदार हिलेरी क्लिंटन ने इस साल अपनी पहली बहस में स्वास्थ्य सेवा से लेकर अर्थव्यवस्था तक और विदेश नीति (विशेषकर ईरान में) ओबामा प्रशासन की नीतियों की सराहना की है. इसी के साथ, पूर्व विदेश मंत्री हिलेरी जानबूझकर रिपब्लिकन पार्टी के शीर्ष दावेदार डोनाल्ड ट्रंप पर हमला बोलने और यहां तक कि उनका जिक्र तक करने से परहेज करती दिखाई दीं. राष्ट्रपति पद की उम्मीदवारी के लिए यह बहस कल रात आयोवा में हुई थी.
हिलेरी ने अपनी ओर से संयम बरता और पूरी बहस के दौरान उन्होंने ट्रंप पर हमला बोलने और यहां तक कि उनका जिक्र तक करने से परहेज किया. यहां तक कि जब उनके पास मौका भी था, तब भी उन्होंने सिर्फ और सिर्फ रिपब्लिकन उम्मीदवार कहकर ही अपनी बात कही. हिलेरी ने कहा, ‘रिपब्लिकन पक्ष की ओर से जिस तरह की टिप्पणियां आप सुन रहे हैं, ये सिर्फ शर्मनाक ही नहीं बल्कि खतरनाक भी हैं. आतंकी हमलों और ‘तन्हा हमलावरों’ के खिलाफ हमें अपनी पहुंच बढानी होगी और देश को एकजुट करना होगा और मुस्लिम अमेरिकियों के साथ काम करना होगा.’
ओबामा की नीतियों के प्रति हिलेरी की प्रतिबद्धता
हिलेरी राष्ट्रपति ओबामा की नीतियों के प्रति प्रतिबद्धता जताती दिखीं. हिलेरी ओबामा के पहले कार्यकाल के दौरान विदेशमंत्री रही हैं. ‘ओबामाकेयर’ के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा, ‘मैं निश्चित तौर पर सार्वभौमिक स्वास्थ्य सेवा के प्रति प्रतिबद्ध हूं.’ उन्होंने कहा, ‘सच्चाई यह है कि हमारे पास अफोर्डेबल केयर एक्ट है. यह राष्ट्रपति ओबामा, डेमोक्रेटिक पार्टी और हमारे देश की सबसे बड़ी उपलब्धियों में से एक है.’
हिलेरी ने कहा, ‘हम पहले ही 1.9 करोड अमेरिकियों को बीमा लेते हुए देख चुके हैं. हमने लोगों को बीमा लेने से रोकने वाली पूर्व की शर्तों को खत्म होते देखा है.’ हिलेरी ने ईरान और सीरिया से जुड़ी नीतियों को लेकर भी ओबामा प्रशासन का बचाव किया. उन्होंने कहा कि मुझे लगता है कि राष्ट्रपति ने (सीरिया में) रासायनिक हथियारों को खोज निकालने का जो फैसला किया, तो उसमें पर्याप्त संभावनाएं थी और हम रासायनिक हथियार निकाल पाने में सफल रहे.
उन्होंने कहा, ‘विदेशमंत्री होने के अपने अनुभव से मैं जानती हूं कि हम असद के बलों द्वारा रासायनिक हथियारों का इस्तेमाल किये जाने को लेकर बेहद चिंतित थे क्योंकि इससे सीरिया के लोगों पर तो भयावह प्रभाव पडता ही, साथ ही साथ यह आसपास के देशों- जॉर्डन, इस्राइल, लेबनान, तुर्की आदि पर भी बुरा असर डाल सकता था. इसलिए उन रासायनिक हथियारों को निकालना बहुत जरुरी था.’
हिलेरी ने कहा, ‘मुझे लगता है कि कमांडर इन चीफ होने के नाते आपको जो फैसले लेने हैं, उनका लगातार आकलन आपको करना पड़ता है. राष्ट्रपति ओबामा को सलाह देते हुए परिस्थिति कक्ष में कई साल बिताने के बाद मैं इस बारे में थोडा बहुत जानती हूं.’
सैंडर्स और मार्टिन ने किया ट्रंप पर हमला
डेमोक्रेटिक पार्टी की ओर से उम्मीदवार बनने की स्पर्धा में शामिल हिलेरी के दो प्रतिद्वंद्वियों- बर्नी सैंडर्स और मार्टिन ओ मैले ने तो ट्रंप पर हमला बोला लेकिन हिलेरी को देखकर ऐसा लग रहा था कि वह पिछली बहस से सबक ले चुकी हैं. पिछली बहस में उन्होंने खुले तौर पर ट्रंप की आलोचना की थी, जिसके बाद रियल एस्टेट के दिग्गज ट्रंप और उनके समर्थकों ने उनपर तीखा हमला बोला था.
मार्टिन ने कहा, ‘यदि डोनाल्ड ट्रंप हमारे देश में धर्म के आधार पर लोगों का पंजीकरण शुरू करना चाहते हैं तो वह मुझसे यह शुरुआत कर सकते हैं. मैं एक ऐसे व्यक्ति के रूप में अपना नाम दर्ज करवाउंगा, जो अमेरिकी मुस्लिमों को बदनाम करने की कोशिश वाली उनकी इन फासीवादी अपीलों के पूरी तरह खिलाफ है. इससे हमारे लोकतंत्र को किसी भी अन्य चीज की तुलना में कहीं ज्यादा नुकसान हो सकता है.’
सैंडर्स ने कहा, ‘यह मेरी समझ से परे है कि हम ट्रंप जैसे किसी व्यक्ति को अमेरिका का राष्ट्रपति कैसे चुन सकते हैं, जो यह मानता है कि जलवायु परिवर्तन चीनी लोगों द्वारा खोजा गया एक झांसा है.’