बायोलॉजी के ज्यादातर छात्र आपको यह बताने में सक्षम हो सकते हैं कि न्यूरल सिगनल्स को साइनेप्टिक ट्रांसमिशन, गैप जंक्शन और डिफ्यूजन प्रोसेस के माध्यम से भेजा जाता है.
लेकिन, एक नये अध्ययन में यह दर्शाया गया है कि ऐसे और भी तरीके हैं, जिनके माध्यम से हमारा दिमाग सूचनाओं को एक स्थान से दूसरे स्थान तक प्रेषित करता है. ‘साइंस अलर्ट’ के मुताबिक, अमेरिकी शोधकर्ताओं ने दिमाग में चलनेवाले न्यूरल स्पाइक्स को रिकॉर्ड किया है और कनवेंशनल सिगनलिंग मैकेनिज्म द्वारा इसकी व्याख्या की है. अन्य प्रशंसनीय स्पष्टीकरण के अभाव में वैज्ञानिकों का यह मानना है कि दिमाग की ये तरंगें कमजोर इलेक्ट्रिकल फील्ड द्वारा प्रेषित होती हैं.
वैज्ञानिकों ने इन्हीं में से एक इलेक्ट्रिकल फील्ड को चूहे में डिटेक्ट किया है. केस वेस्टर्न रिजर्व यूनिवर्सिटी के बायोमेडिकल इंजीनियर डोमिनिक ड्यूरंड का कहना है कि दिमाग का यह इलेक्ट्रिकल फील्ड इतना कमजोर है कि उसकी तरंगों को प्रेषित करना मुश्किल होता है. लेकिन ऐसा लगता है कि साइनेप्टिक ट्रांसमिशन, गैप जंक्शन और डिफ्यूजन प्रोसेस के बिना भी दिमाग सूचनाओं को प्रेषित करने में सक्षम हो सकता है.