एक शक्तिशाली बर्फ़ीला तूफ़ान अमरीका के उत्तर पूर्वी तट से टकराया है.
इसे अमरीका के 100 साल के इतिहास में सबसे ताक़तवर बर्फ़ीला तूफ़ान माना जा रहा है और इससे पांच करोड़ लोगों के प्रभावित होने की आशंका है.
तूफ़ान के कारण आठ लोगों की मौत हो गई है. छह राज्यों में आपातकाल की घोषणा कर दी गई है और हजारों फ्लाइटें रद्द कर दी गई हैं.
सरकारी स्कूलों और दफ़्तरों के अलावा परिवहन व्यवस्था को भी बंद कर दिया गया है.
बीबीसी संवाददाता ब्रजेश उपाध्याय ने वाशिंगटन से बताया कि सड़कों पर क़रीब पांच-छह इंच बर्फ़ जम चुकी है और लोग अपने घरों में क़ैद हैं.
माना जा रहा है कि रविवार को जब यह तूफ़ान गुजर चुका होगा तो वाशिंगटन में 30 इंच मोटी बर्फ़ की परत जम चुकी होगी.
तूफ़ान के कारण हाड़ कंपकंपाने वाली बर्फ़ीली हवाएं चल रही है. तूफ़ान के कारण दक्षिण में अरकान्सस से लेकर पूर्वोत्तर में मैसाच्यूसेट्स के बड़े इलाक़े के प्रभावित होने की आशंका है.
शुक्रवार को पहली बर्फ़बारी से पहले ही लोगों ने बड़े पैमाने पर खाने-पीने की चीजें खरीदी जिसके कारण कई सुपरमार्केट्स में खाने-पीने की चीजें खत्म हो गई.
शुक्रवार और शनिवार को 6000 से अधिक उड़ानें रद्द कर दी गईं. शुक्रवार को संघीय सरकार के दफ़्तर दोपहर को ही बंद कर दिए गए.
अधिकारियों के मुताबिक़ राष्ट्रपति बराक ओबामा व्हाइट हाउस में ही बने हुए हैं.
टेनेसी, नॉर्थ कैरोलीना, वर्जीनिया, मैरीलैंड, पेनसिल्वेनिया, डिस्ट्रिक्ट ऑफ़ कोलंबिया और कुछ अन्य राज्यों के कुछ इलाक़ों में आपात स्थिति घोषित की गई है.
टेनेसी, नॉर्थ कैरोलीना, केंटुकी और दूसरे स्थानों पर कार दुर्घटनाओं में आठ लोग मारे गए हैं.
वाशिंगटन की सार्वजनिक परिवहन व्यवस्था को सप्ताहांत के लिए बंद कर दिया गया है.
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