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दोस्ती में गलतफहमी के लिए न छोड़ें कोई गुंजाइश

नया वर्ष शुरू हो गया है. आप सबने नये वर्ष के लिए कुछ-न-कुछ अवश्य सोचा होगा और अगर नहीं सोचा तो सोचिए. सबसे अच्छा होगा कि अगर आप किसी अफेयर में हैं तो उसे दिमाग से निकालकर पूरा ध्यान पढ़ाई पर दें. फिर देखिए आपके माता-पिता कितने खुश होते हैं. अब तक तो आपके पेरेंट्स […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 27, 2016 6:54 AM

नया वर्ष शुरू हो गया है. आप सबने नये वर्ष के लिए कुछ-न-कुछ अवश्य सोचा होगा और अगर नहीं सोचा तो सोचिए. सबसे अच्छा होगा कि अगर आप किसी अफेयर में हैं तो उसे दिमाग से निकालकर पूरा ध्यान पढ़ाई पर दें. फिर देखिए आपके माता-पिता कितने खुश होते हैं. अब तक तो आपके पेरेंट्स ने ही आपको खुशियां दी हैं. अब खुशियां देने की बारी आपकी है.

अगर मन से पढ़ाई करने के बाद भी आप सफल नहीं होते, तो आपके पेरेंट्स को दुख जरूर होगा मगर वे आपको हारने नहीं देंगे और अगली परीक्षा के लिए मोटिवेट करेंगे. लेकिन अगर आपने पढ़ाई ही ठीक से नहीं की, तो वे बहुत गुस्सा होंगे और आपको दोषी भी ठहरायेंगे. बच्चो, परिवार से बढ़ कर कुछ भी नहीं. जब हम हंसी-खुशी घर में रहते हैं तो सभी सदस्यों में सकारात्मक ऊर्जा संचारित होती है. अगर आपको मम्मा-पापा, भाई-बहनों की भावनाओं का ख्याल है और पढ़ाई के प्रति भी गंभीर हैं, तो आपकी छोटी-छोटी गलतियां तो यूं ही माफ हो जाती हैं.

मम्मा-पापा यही चाहते हैं कि आप किसी गलत संगत में न पड़ें और आपका ध्यान पढ़ाई पर हो. बच्चो, आप ऐसा कुछ मत करिए जिससे आपके माता-पिता पर उंगली उठे, बल्कि ऐसा काम करें जिससे आपके पेरेंट्स फख्र से सिर ऊंचा कर सकें. इसलिए नये वर्ष के रेजोल्यूशन में यह जरूर शामिल करें कि आपको स्वस्थ दोस्ती करनी है. प्यार, आकर्षण, इनफैचुएशन आदि के चक्कर में नहीं पड़ना है.

जब आपका कैरियर बन जायेगा तो आप इत्मीनान से अपने आनेवाले जीवन के बारे में सोच सकेंगे. अगर आप चलना नहीं सीख पाये, तो दौड़ेंगे कैसे? दौड़ने के लिए चलना आना और पैरों का मजबूत होना बहुत जरूरी है. अपने पैरों को मजबूत करके अगर आप चलेंगे तो आप फर्राटे से दौड़ेंगे. अगर आपने ऐसा किया तो आपके घरवाले बहुत खुश होंगे. उन्हें खुश देखकर जो खुशी आपको होगी, वह महसूस ही की जा सकती है.

एक 21 वर्षीय बेटी का मेल है, जो एसएससी परीक्षा की तैयारी कर रही है. उसने पिछले वर्ष मई में भी लिखा था. उसने लिखा है कि “जैसा आपने पहले समझाया था कि हम पढ़ाई में मन लगाएं, हम दोनों कैरियर पर ही फोकस कर रहे हैं. आपके कॉलम से हमें हमारे सवालों के जवाब मिल जाते हैं.

आप जानती ही हैं कि मैं किसी से प्यार करती हूं. अभी जिस इंस्टीट्यूट में मैं कोचिंग कर रही हूं वहां एक लड़का है मेरे ही बैच का, जो मुझे चाहने लगा है. मैम, उसे कैसे समझाऊं? मैं उसे दुखी नहीं देख सकती, क्योंकि वह मेरा अच्छा दोस्त है.

परेशान इसलिए हूं, क्योंकि उसका मन पढ़ाई में नहीं लग रहा. हमारे कोचिंग के सर को हम दोनों से बहुत उम्मीदें हैं. मगर वह पढ़ नहीं पा रहा. मैं नहीं चाहती कि मेरी वजह से किसी का जीवन बरबाद हो. मैं सबको खुश देखना चाहती हूं और जब बात दोस्त की हो, तो उसे कैसे दुखी देख सकती हूं ? लेकिन जब मैं किसी और से प्यार करती हूं, तो ऐसा तो नहीं कर सकती कि उसके लिए अपना प्यार छोड़ दूं, लेकिन उसे भी दुखी नहीं देख सकती.”

बच्चो, सबसे अहम बात यह है कि दोस्ती को लेकर सभी बच्चों को स्पष्ट होना चाहिए कि उनके बीच केवल दोस्ती है. कभी भी गलतफहमी वाले हालात नहीं पैदा करने चाहिए. मजाक में भी ऐसा कुछ मत करिए जिससे दूसरे को लगे कि आप उसे चाहने लगे हैं. अगर आपको लगे कि आपका दोस्त आपकी दोस्ती को प्यार समझ रहा है या उसका प्यार एकतरफा है तो तुरंत उससे इस बारे में खुलकर बात करिए. अगर आप बात नहीं कर पा रहे हैं, तो कुछ समय दूरी बना कर रखिए. जब वह आपसे पूछे कि ऐसा क्यों है, तो आप स्पष्ट कर दीजिए.

आप अपने दोस्तों से कह दीजिए कि वह इस तरह की बातों पर न तो ध्यान दे और न ही बढ़ावा. अगर आप अपने किसी दोस्त को गलतफहमी का शिकार होते देखें, तो उसको ‘आईना दिखाना’ यानी हकीकत बताना और समझाना आपका कर्तव्य है क्योंकि दोस्त कभी अपने दोस्त का बुरा नहीं चाहेगा. इसलिए आप सब मिलकर उसे समझाएं और समय रहते ही उसे गलतफहमी से बचा लें.

बच्चो, आपको स्वयं यह स्पष्ट करना चाहिए कि आपके मन में केवल दोस्तवाली ही फीलिंग्स है और अगर ऐसी फीलिंग्स होती भी, तब भी आप केवल अपनी पढ़ाई पर ध्यान देते. यह जानते हुए कि आपका दोस्त आपको चाहता है, आप अपनी तरफ से स्पष्ट नहीं करते कि आप उसके केवल अच्छे दोस्त हैं तो कहीं न कहीं आप भी उसे बढ़ावा देकर अपने ही दोस्त के साथ दुश्मनी निभा रहे हैं.

उससे स्पष्ट कहिए कि आप उसके अच्छे मित्र हैं और रहेंगे मगर इससे ज्यादा कुछ नहीं हो सकते. अगर आपका दोस्त गलतफहमी में रहा तो न जाने क्या-क्या सोच लेगा. यह बात आपके लिए भी मुसीबत बन सकती है और उसका कैरियर बिगड़ सकता है. यह समय़ कैरियर पर ध्यान देने का है. इसलिए दोस्ती में कभी किसी तरह की गलतफहमी के लिए गुंजाइश न छोड़ें और पढ़ाई पर ध्यान केंद्रित करें.

(क्रमश:)

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