दक्षिण चीन सागर में अमेरिकी युद्धपोत की गश्ती शुरू

वाशिंगटन : रिपब्लिकन पार्टी के एक शीर्ष सीनेटर ने दक्षिण चीन सागर में एक विवादित द्वीप से 12 समुद्री मील के दायरे में अमेरिकी युद्धपोत भेजने का स्वागत किया है जिसपर चीन, ताईवान और वियतनाम अपना अपना दावा करते हैं. अमेकिा ने बढ़ा- चढ़ाकर किये जाने वाले समुद्री दावे को चुनौती देने के लिए ऐसा […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 31, 2016 1:59 PM

वाशिंगटन : रिपब्लिकन पार्टी के एक शीर्ष सीनेटर ने दक्षिण चीन सागर में एक विवादित द्वीप से 12 समुद्री मील के दायरे में अमेरिकी युद्धपोत भेजने का स्वागत किया है जिसपर चीन, ताईवान और वियतनाम अपना अपना दावा करते हैं. अमेकिा ने बढ़ा- चढ़ाकर किये जाने वाले समुद्री दावे को चुनौती देने के लिए ऐसा किया है जो नौ परिवहन की आजादी को सीमित करते हैं. सीनेट आर्म्ड सर्विसेज कमिटी के प्रमुख सीनेटर जॉन मैक्केन ने कल कहा कि मैं यह जानकर उत्साहित हूं कि अमेरिकी नौसेना ने दक्षिण चीन सागर में पारासेल द्वीपसमूह के टरीटन द्वीप के आसपास नौवहन स्वतंत्रता अभियान चलाया. उन्होंने कहा कि इस अभियान ने अमेरिका और दूसरे देशों के अधिकारों और स्वतंत्रता को सीमित करने वाले बढ़ा- चढ़ाकर किए जाने वाले समुद्री दावे को अंतरराष्ट्रीय कानून के तहत चुनौती दी.

मैक्केन ने कहा कि मुझे उम्मीद है कि ये अभियान इतने नियमित हो जायेंगे कि चीन और दूसरे दावेदार इन्हें सामान्य घटनाएं मानना शुरू कर देंगे और उनकी तारीफ के लिए प्रेस विज्ञप्तियां जारी करना अब जरुरी नहीं होगा. दक्षिण चीन सागर में टरीटन द्वीप के पास कल ‘नौवहन स्वतंत्रता अभियान’ चलाया गया. दक्षिण चीन सागर प्राकृतिक संसाधनों से भरपूर है और जहाजों की आवाजाही का एक प्रमुख रास्ता है. इससे पूर्व तीन महीने पहले एक अमेरिकी युद्धपोत यूएसएस लासेन चीन द्वारा स्प्राटली द्वीपसमूह में बनाए जा रहे एक कृत्रिम द्वीप के करीब 12 समुद्री मील के दायरे में पहुंच गया था जिससे अमेरिका और चीन के बीच एक बडा गतिरोध शुरु हो गया था.

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