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दक्षिण कोरिया ने उत्तर कोरिया के रॉकेट प्रक्षेेपण की आलोचना की

सोल : दक्षिण कोरिया की राष्ट्रपति पार्क ग्युन-हे ने आज कहा कि रॉकेट प्रक्षेपण की उत्तर कोरिया की योजना को कभी ‘‘बर्दाश्त” नहीं किया जा सकता और उनके रक्षा मंत्रालय ने भी देश की सरजमीं के लिए खतरा पैदा करने वाले किसी भी मिसाइल को नष्ट कर देने का संकल्प जताया है. उत्तर कोरिया ने […]

सोल : दक्षिण कोरिया की राष्ट्रपति पार्क ग्युन-हे ने आज कहा कि रॉकेट प्रक्षेपण की उत्तर कोरिया की योजना को कभी ‘‘बर्दाश्त” नहीं किया जा सकता और उनके रक्षा मंत्रालय ने भी देश की सरजमीं के लिए खतरा पैदा करने वाले किसी भी मिसाइल को नष्ट कर देने का संकल्प जताया है.

उत्तर कोरिया ने आठ फरवरी से 25 फरवरी के बीच एक उपग्रह ले जाने वाले रॉकेट के प्रक्षेपण की घोषणा की है. 16 फरवरी को उत्तर कोरिया के मौजूदा नेता किम जाेंग-उन के दिवंगत पिता किम जोंग-द्वितीय का जन्मदिन है. संयुक्त राष्ट्र ने उत्तर कोरिया पर किसी भी तरह के बैलिस्टिक मिसाइल तकनीक के इस्तेमाल पर प्रतिबंध लगा रखा है और पिछले महीने चौथे परमाणु परीक्षण के बाद उत्तर कोरिया के इस तरह के प्रक्षेपण को सुरक्षा परिषद के प्रस्तावों का गंभीर उल्लंघन माना जाएगा.

पार्क ने कहा, उत्तर कोरिया ने कहा है कि परमाणु परीक्षण के बाद वह लंबी दूरी की मिसाइल का प्रक्षेपण करेगा जो कि दुनिया के साथ उत्तर और दक्षिण कोरिया प्रायद्वीप की शांति के लिए खतरा है और इसे कभी भी बर्दाश्त नहीं किया जा सकता. उत्तर कोरिया ने इस बात पर जोर दिया है कि उसका अंतरिक्ष कार्यक्रम विशुद्ध रूप से वैज्ञानिक प्रकृति का है, लेकिन अमेरिका और दक्षिण कोरिया जैसे उसके सहयोगी देशों ने कहा है कि इस रॉकेट प्रक्षेपण का मकसद अंतर महाद्वीपीय बैलिस्टिक मिसाइल :आईसीबीएम: विकसित करना है जो अमेरिकी भूमि पर भी लक्ष्य साधने में सक्षम होगा.

दक्षिण कोरिया के अधिकारी बराबर इन्हें अंतरिक्ष रॉकेट के बजाय ‘‘लंबी दूरी की मिसाइल” कह रहे हैं. प्रक्षेपण की योजना को लेकर अंतरराष्ट्रीय समुदाय के सामने स्थिति स्पष्ट नहीं है. वैसे भी छह जनवरी को किए गये परमाणु परीक्षण को लेकर एकजुट प्रतिक्रिया नहीं मिल पायी है. पिछले परमाणु और राकेट परीक्षणों को लेकर उत्तर कोरिया पर संयुक्त राष्ट्र ने पहले ही कई प्रतिबंध लगा रखे हैं.

पार्क ने कहा कि उत्तर कोरिया का लगातार उकसावे वाला आचरण बताता है कि उस पर प्रतिबंधों का असर नहीं हुआ है. उन्होंने कहा कि एकमात्र समाधान कठोर प्रतिबंध लगाना हैं ताकि उत्तर कोरिया को यह अहसास हो सके कि उसे अपना परमाणु कार्यक्रम हर हाल में त्यागना ही होगा. इससे पहले दक्षिण कोरिया के रक्षा मंत्रालय ने बताया कि उसने देश की सीमा तक आने वाले किसी भी मिसाइल को नष्ट करने का आदेश जारी किया है.

मंत्रालय के प्रवक्ता मून सांग-ग्युन ने संवाददाताओं को बताया, सेना हवाई सुरक्षा की तैयारी को तेज कर रही है ताकि हमारी भूमि या जलक्षेत्र में आने वाले किसी भी मिसाइल या अवशेष को नष्ट किया जा सके. जापान ने भी अपनी ओर आने वाले उत्तर कोरिया के किसी भी प्रक्षेपण को ‘‘नष्ट” करने का आदेश जारी किया है.

जापान के सरकारी प्रसारक एनएचके ने बृहस्पतिवार को सूचना दी कि उत्तर कोरिया अपने पूर्वी तट के केंद्र से रॉकेट प्रक्षेपण के साथ एक बैलिस्टिक मिसाइल के परीक्षण की तैयारी कर सकता है.

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