वॉशिंगटन : एक शीर्ष अमेरिकी कमांडर का कहना है कि अफगानिस्तान में गठबंधन बलों के विमानों की संख्या कम किये जाने का फायदा उठा रहे तालिबान से निबटने में भारत की ओर से दान किये गये तीन एमआई-35 बहु भूमिका वाले हेलीकॉप्टरों से मदद मिलेगी. अफगानिस्तान में अमेरिकी बलों के निवर्तमान कमांडर जनरल जॉन कैम्पबेल ने कल कहा कि हमारे संसाधन और क्षमता हमारा करीबी हवाई सहयोग हैं जिसके लिए अफगानों ने हर दिन हमसे कहा. उन्होंने कहा कि कुछ साल पहले वहां 150 लड़ाकू हेलीकॉप्टर, वायु सेना के दो विमान थे और जब हमने सहयोग मजबूत करना शुरू किया तो केवल पांच एमआई-35 रह गये. अब लड़ाई के आखिर तक उनकी संख्या बहुत ही कम हो जायेगी.
कैम्पबेल ने कहा कि उनके पास तीन हेलीकॉप्टर हैं जो भारत ने उन्हें दिये. उनसे बहुत मदद मिल रही है. एक सवाल के जवाब में जनरल कैम्पबेल ने कहा कि गठबंधन बलों के विमानों की संख्या कम होने का तालिबान फायदा उठा रहा है. मेरे विचार से तालिबान को विमानों की संख्या कम होने का पता है और उसने इसका पूरा फायदा उठाया है. अफगानिस्तान में अमेरिकी बलों के निवर्तमान कमांडर जनरल जॉन कैम्पबेल ने कहा अफगानिस्तान में हक्कानी नेटवर्क, अलकायदा, लश्कर ए तैयबा हैं. वहां आईएसआईएल, अल कायदा और उनके कुछ बचे खुचे गुट हैं जो अमेरिका पर हमले करते रहे हैं तथा हमले करते रहना चाहते हैं. इसलिए तालिबान उन्हें दूसरे तरीकों से सहयोग करता है.” जनरल कैम्पबेल ने अफगानिस्तान और पाकिस्तान दोनों जगहों पर सीमा पार से आतंकवाद को लेकर चिंता जाहिर की.
उन्होंने तालिबान को हराने का विश्वास जताते हुए कहा कि वे :तालिबाान: इस तरह दुष्प्रचार करते हैं जिससे कई सुरक्षा बलों को लगता है कि वे उन्हें हरा सकते हैं. कैम्पबेल ने संकेत दिया कि अगर अफगानिस्तान में हालात नहीं सुधरे तो अमेरिका वहां लंबे समय तक रहेगा.