ताइवान में भूकंप के बाद मलबे में दबे 100 से अधिक लोगों को बचाने की कोशिश

ताइनान :ताइवान के दक्षिणी हिस्से में भूकंप आने से ध्वस्त हुई इमारतों के मलबे में अब तक दबे 100 से अधिक लोगों को बचाने के लिए युद्ध स्तर पर कार्य जारी है. भूकंप की वजह से 18 लोगों की मौत हो चुकी है. ताइनान में कल आए 6.4 तीव्रता के भूकंप की वजह से 16 […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | February 7, 2016 9:06 AM

ताइनान :ताइवान के दक्षिणी हिस्से में भूकंप आने से ध्वस्त हुई इमारतों के मलबे में अब तक दबे 100 से अधिक लोगों को बचाने के लिए युद्ध स्तर पर कार्य जारी है. भूकंप की वजह से 18 लोगों की मौत हो चुकी है. ताइनान में कल आए 6.4 तीव्रता के भूकंप की वजह से 16 मंजिला अपार्टमेंट परिसर ध्वस्त हो गया जहां लगभग 100 घर थे. भूकंप से सर्वाधिक प्रभावित ताइनान के मेयर विलियम लाई ने आज सुबह बताया ‘‘मलबे में दबे 132 लोगों में से करीब 103 लोग बहुत गहरे में दबे हैं. उन तक पहुंचने का सीधा रास्ता भी नहीं है.” लाई ने कहा कि बचाव अभियान शुरु में निर्बाध चला लेकिन बाद में बारिश के कारण दिक्कत आई. आपात सहायता कर्मी उन दो अपार्टमेंट ब्लॉकों तक पहुंचने की कोशिश कर रहे हैं जो दो समीपवर्ती टावरों के नीचे ध्वस्त हुए.

उन्होंने बताया ‘‘भूकंप की वजह से पूरा परिसर नष्ट हो गया तो सुरक्षा के चलते हमें खुदाई करने से पहले ध्वस्त टावरों को फिक्स करने के लिए भी काम करना पडा।” लाई से जानकारी मिलने के बाद ताइनान के दमकल विभाग ने आंकडों को अद्यतन किया जिसके अनुसार लापता लोगों की संख्या 127 है. जनगणना के आंकडे बताते हैं कि ब्लॉक में करीब 260 लोग रह रहे थे. लेकिन लाई ने कहा कि भूकंप के समय 300 से अधिक लोग अंदर थे. अधिकारियों ने बताया कि कुछ छात्र कमरे किराये पर ले कर रह रहे थे और उनका इमारत में रहने वालों के तौर पर पंजीकरण नहीं हुआ था. साथ ही अगले सप्ताह होने जा रहे ल्यूनर न्यू ईयर की छुट्टियों पर परिवारों के अतिरिक्त सदस्य भी घर लौटे होंगे.

आपात सहायता कर्मियों ने खोजी कुत्तों की मदद से पता लगा कर क्रेनों, सीढियों की सहायता से 250 से अधिक लोगों को बचाया है. भूकंप में मारे गए 18 लोगों में से 16 की मौत अपार्टमेंट परिसर के ध्वस्त होने से हुई। इनमें 10 साल की एक बच्ची और दो अन्य बच्चे शामिल हैं. सुबह से ही परिजनों की खबर की उम्मीद में लोग मलबे के आसपास मौजूद हैं. पीडितों ने अपनी दर्दनाक दास्तां भी सुनाई. एक व्यक्ति ने बताया कि भूकंप आने के बाद वह एक वार्डरोब में फंस गया। ‘‘मैंने खिडकी को जोर जोर से ठोका और बचाव कर्मियों ने खिडकी तोड कर मुझे निकाला.” सू यी मिंग नामक 48 वर्षीय यह व्यक्ति ध्वस्त हुए वेई कुआन परिसर की छठी मंजिल पर अपने परिवार के साथ रहता था.

सू ने कहा ‘‘भूकंप आया, सब कुछ हिला और मेरा मकान धराशायी हो गया. मैं कुछ सोच ही नहीं पाया.” आपदा में सू को चोट नहीं आई. उसकी पत्नी और दो बच्चों को मामूली चोटें आई हैं.

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