सफायर स्कूल में छात्र विनय की हत्या का मामला: सीआइडी ने भी शुरू की जांच पुलिस ने बनायी तीन टीम

रांची/ हटिया: सफायर इंटरनेशनल स्कूल में छात्र विनय महतो की हत्या को लेकर हिरासत में लिये गये 15 लोगों में से पुलिस ने छह लोगों को छोड़ दिया है़ पुलिस अभी भी नौ लोगों को हिरासत में रखी है़ . इन सभी से तुपुदाना ओपी में पूछताछ की जा रही है़ मामले में सीआइडी ने […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | February 8, 2016 1:59 AM
रांची/ हटिया: सफायर इंटरनेशनल स्कूल में छात्र विनय महतो की हत्या को लेकर हिरासत में लिये गये 15 लोगों में से पुलिस ने छह लोगों को छोड़ दिया है़ पुलिस अभी भी नौ लोगों को हिरासत में रखी है़ . इन सभी से तुपुदाना ओपी में पूछताछ की जा रही है़ मामले में सीआइडी ने भी जांच शुरू कर दी है़ सीआइडी के अधिकारियों की एक टीम रविवार को सफायर स्कूल पहुंची़ टीम ने स्कूल के शिक्षकों, गार्ड्स और हॉस्टल में बचे कुछ बच्चों का बयान लिया़.
टीम में पुलिस के 10 पदाधिकारी : इधर, घटना के विभिन्न पहलुओं की जांच के लिए एसएसपी कुलदीप द्विवेदी ने तीन टीमें बनायी हैं. तीनों टीम में पुलिस के 10 पदाधिकारी शामिल किये गये हैं. हटिया एएसपी प्रशांत आनंद ने बताया कि हिरासत में लिये गये लोगों से अभी पूछताछ पूरी नहीं हुई है़ उन्होंने कहा : हमें जितनी जानकारी मिली है, उसके आधार पर कहा जा सकता है कि पुलिस इस मामले को सुलझाने के करीब पहुंच गयी है़ घटना का खुलासा जल्द ही कर दिया जायेगा़
उठ रहे सवाल
विनय के हॉस्टल से टीचर्स क्वार्टर की दूरी लगभग आठ सौ मीटर होगी़ विनय रात एक बजे के बाद टीचर्स क्वार्टर में क्यों गया
क्या विनय को किसी ने बुलाया था
विनय के हाॅस्टल और टीचर्स क्वार्टर के बीच दो बैरियर लगे है़ दोनों बैरियर पर गार्ड रहते है़ं रात को गार्ड क्यों नहीं थे
क्या विनय के साथ दुराचार हुआ था
घटना के तीन दिन बाद भी पुलिस मामले का खुलासा क्यों नहीं कर पा रही है
पुलिस हर बिंदु पर जांच कर रही है़ विनय की हत्या किसने की और इसके पीछे क्या कारण है, इसकी जांच की जा रही है़ जांच में हर तरह के वैज्ञानिक पहलुओं पर भी विचार किया जा रहा है़ हर क्षेत्र के विशेषज्ञों से मदद ली जा रही है़ उम्मीद है कि मामले का खुलासा जल्द हो जायेगा़
कुलदीप द्विवेदी, एसएसपी
अपराजिता मैम ने फोन कर बुलाया था
घटना के दिन गंभीर रूप से घायल विनय के पास पहुंचनेवाली नर्स पुतुल ने बताया कि उसे गुरुवार रात 1:43 बजे अपराजिता मैम ने फोन किया और फस्ट एड बॉक्स लेकर जल्दी से टीचर्स हॉस्टल के पास बुलाया़ उन्होंने बताया कि एक बच्चे को चोट लगी है़ नर्स ने बताया : जब मैं घटनास्थल पर पहुंची, तो देखा की बच्चे के नाक से खून बह रहा है़ उसका दांत टूटा हुआ था और सिर में चोट लगी थी़ वहां टीचर दुर्वानंद के अलावा और भी लोग पहुंच चुके थे़ .

नर्स ने बताया : बच्चे को ज्यादा चोट लगी थी, इस कारण हमलोगों ने उसका प्राथमिक उपचार नहीं किया़ .वहां मौजूद बैभव सर ने तत्काल अपनी गाड़ी लायी और बच्चे सहित सभी को लेकर गुरुनानक अस्पताल पहुंचे़. बच्चे को वहां से रिम्स रेफर कर दिया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत बताया़ नर्स पुतुल ने बताया कि जिस हॉस्टल में विनय रहता था, उसके ठीक बगल में गर्ल्स हॉस्टल में वह रहती है़.

सबसे बड़ा सवाल. हॉस्टल से 800 मीटर की दूरी पर सुनसान इलाके में है टीचर्स क्वार्टर, लगे हैं दो बैरियर
आधी रात टीचर्स क्वार्टर क्यों गया विनय?
विनय के हॉस्टल और टीचर्स क्वार्टर की दूरी लगभग सात से आठ सौ मीटर होगी़ एक बड़ा सवाल यह है कि हॉस्टल से रात एक बजे के बाद इतने अंधेरे में विनय टीचर्स क्वार्टर कैसे पहुंचा़ विनय को किसी ने बुलाया था या विनय किसी टीचर के बुलाने पर वहां गया था़ इन सारे सवालों का जवाब जिस शिक्षक के कमरे में वह गया था, वही दे सकते है़ं कहीं ऐसा तो नहीं कि कोई व्यक्ति विनय की हत्या करना चाहता था़ विनय के ब्वॉयज हाॅस्टल से टीचर्स क्वार्टर के बीच दो बैरियर लगे हैं. दोनों बैरियर पर गार्ड रहते है़ं बैरियर के बाद बायीं ओर करीब सौ मीटर की दूरी पर टीचर्स क्वार्टर है, जो सुनसान क्षेत्र है. किसी बड़े आदमी को भी देर रात वहां से टीचर्स क्वार्टर जाने में डर लगेगा. इन परिस्थितियों में 12 साल का बालक अकेले वहां तक कैसे पहुंचा़.
दोनों बैरियर पर नहीं थे गार्ड:रविवार को बैरियर पर तैनात गार्ड ने बताया कि उस रात दोनों बैरियर पर गार्ड नहीं थे. सात फरवरी को स्कूल में वार्षिक समारोह होना था, गार्ड वहीं ड्यूटी पर था. एक गार्ड ने कहा कि दुर्वानंद कम बाेलते थे़ उनके स्वभाव के बारे में कुछ भी कह पाना मुश्किल है़.
दहशत में अभिभावक : अभिभावक इस घटना के बाद दहशत में है़ं दुर्गापुर से आये एक अभिभावक ने बताया कि अब अपने बच्चे को यहां पढ़ाने में डर लग रहा है़. हमलोग अपने बच्चे को यहां से ले जाने के लिए आये है़ं.
स्कूल में नहीं सुरक्षा के इंतजाम: 45 एकड़ में फैला स्कूल खूंटी से सटे सुनसान इलाके में है़ सुरक्षा का कोई इंतजाम नहीं है़ कई जगह बाउंड्री टूटी है. गर्ल्स व ब्वॉयज हाॅस्टल के सामने तार से घेरा बनाया गया है़, जो कि गांव से सटा हुआ है़ वहां से अासानी से कोई भी घुस सकता है और किसी भी घटना को अंजाम दे सकता है़ कई जगह तो बाउंड्री पेड़ से सटी है़ पेड़ पर चढ़ कर भी स्कूल के अंदर अासानी से आया जा सकता है़ चारों तरफ पत्थर की बाउंड्री वॉल है, लेकिन उसके ऊपर कंटीले तार की बैरिकेडिंग नहीं है़.
वार्षिकोत्सव की तैयारी धरी की धरी रह गयी : घटना के बाद स्कूल परिसर सुना पड़ा है़ वार्षिकोत्सव की तैयारी धरी की धरी रह गयी़ स्कूल के क्लास रूम के सामने वाले परिसर में वार्षिक उत्सव के लिए मंच बनाया जाना था, वहां बांस बल्ली लगा दी गयी थी़ लाइट साउंड सब कुछ आ गया था, लेकिन सभी तैयारी धरी रह गयी़ कुछ कर्मचारी और गेम शिक्षक के अलावा वहां कोई मौजूद नहीं था़ पूरे स्कूल परिसर में सन्नाटा पसरा हुआ है़.
बैडमिंटन अच्छा खेलता था विनय: दो महीने पहले गोमिया से आये एथलीट शिक्षक ने बताया कि विनय बैडमिंटन काफी अच्छा खेलता था़ एथलेटिक्स में उसकी रुचि नहीं थी.
हत्या की निंदा की : युवा क्रांति सहयोग समिति चंदाघासी ने हत्या की निंदा की है़ संगठन के सचिव रवींद्र महतो ने कहा है कि पुलिस अविलंब आरोपी को गिरफ्तार करे. पूर्व जिला परिषद अध्यक्ष सुंदरी तिर्की परिजनों से मिलीं. भूतपूर्व डिप्टी मेयर अजय नाथ शाहदेव ने कहा कि पुलिस शीघ्र आरोपियों को गिरफ्तार करे.
विनय के माता-पिता ने की सीबीआइ जांच की मांग
मृतक के पिता मनबहाल महतो ने बताया कि घटना के तीन दिन बीत जाने के बाद भी स्कूल प्रबंधन, पुलिस या प्रशासन का कोई प्रतिनिध उनसे अब तक मिलने नहीं आया. कुछ राजनीतिक दलों के लोग आ रहे हैं, लेकिन कोई बड़ा नेता नहीं आया. उन्होंने संदेह जताया कि पुलिस स्कूल प्रबंधन से मिल कर मामले को दबाने की कोशिश कर रही है. यही वजह है कि पुलिस जांच में ढिलाई बरत रही है. विनय की मां कोशिला देवी ने बेटे की हत्या की सीबीआइ जांच की मांग की है़ उन्होंने कहा कि लोग विनय को इंसाफ दिलाने के लिए कैंडल मार्च कर रहे हैं, लेकिन कोई उनके आंसू नहीं पोंछ रहा. सभी राजनीति चमका रहे है़ं यदि लोग उन्हें सचमुच इंसाफ दिलाना चाहते हैं, तो सरकार पर दबाव डालें कि मामले की सीबीआइ जांच करायी जाये. नामकुम चंदाघासी के लोग भी इस घटना का खुलासा नहीं होने पर आक्रोशित है़ं

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