थ्रीडी प्रिंटर से बनाया गया कान

वैज्ञानिकों ने थ्रीडी प्रिंटर की मदद से पहली बार ब्लड वेसेल्स और कार्टिलेज के सहारे इनसान के कान की संरचना तैयार की है. मशीनों के माध्यम से इनसान के शरीर के अंगों के निर्माण की दिशा में इसे बड़ी उपलब्धि माना जा रहा है़ ‘डेली मेल’ के मुताबिक, विंस्टन- सेलम में वेक फॉरेस्ट बैप्टिस्ट मेडिकल […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | February 17, 2016 6:30 AM

वैज्ञानिकों ने थ्रीडी प्रिंटर की मदद से पहली बार ब्लड वेसेल्स और कार्टिलेज के सहारे इनसान के कान की संरचना तैयार की है. मशीनों के माध्यम से इनसान के शरीर के अंगों के निर्माण की दिशा में इसे बड़ी उपलब्धि माना जा रहा है़ ‘डेली मेल’ के मुताबिक, विंस्टन- सेलम में वेक फॉरेस्ट बैप्टिस्ट मेडिकल सेंटर के मेडिसिन के छात्रों ने यह कारनामा किया है. इसमें थ्रीडी बायोप्रिंटर्स का इस्तेमाल किया गया, जो एक ऐसी मशीन है, जिससे कई लेयरों में कोशिकाओं को प्रिंट किया जाता है.

हालांकि, इससे पहले भी इस विधि से शरीर के अंगों का निर्माण किया गया है, लेकिन वे ऐसे नहीं थे कि उन्हें इनसान के शरीर में प्रत्यारोपित किया जा सके. शोधकर्ताओं ने इस समस्या को दूर करते हुए इस बार बायोडिग्रेडिबल पॉलीमर मैटेरियल्स से कोशिकाओं की प्रिंटिंग की है. इससे मजबूत उतकों काे बनाया जा सकेगा. इस शोध टीम के मुखिया एंथोनी एटलांटा का कहना है कि नतीजे दर्शाते हैं कि बायो-इंक कॉम्बिनेशन से ऐसी कोशिकाओं को पैदा किया जा सकता है. वैज्ञानिक तौर पर इसे इंटेग्रेटेड टिस्सूज एंड ऑरगन प्रिंटिंग सिस्टम नाम दिया गया है, जिसका विकास पिछले एक दशकों से किया जा रहा था.

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