बांग्लादेश में मंदिर के पुजारी की हत्या

ढाका : बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों पर हमले की अन्य घटना में आज देश के एक मंदिर में अज्ञात लोगों ने एक हिंदू पुजारी की गला काटकर हत्या कर दी. पुलिस ने बताया कि उत्तरी पंचागढ जिले के एक मंदिर परिसर में 50 वर्षीय जनेश्वर राय पर हमला हुआ, जिसमें दो हिंदू श्रद्धालु भी घायल हो […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | February 21, 2016 5:03 PM

ढाका : बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों पर हमले की अन्य घटना में आज देश के एक मंदिर में अज्ञात लोगों ने एक हिंदू पुजारी की गला काटकर हत्या कर दी. पुलिस ने बताया कि उत्तरी पंचागढ जिले के एक मंदिर परिसर में 50 वर्षीय जनेश्वर राय पर हमला हुआ, जिसमें दो हिंदू श्रद्धालु भी घायल हो गये. माना जाता है कि हमलावर तीन थे जो मोटरबाइक पर सवार हो मौके से फरार हो गये.

बांग्लादेश के एक टीवी चैनल ने पास के एक जिले के श्रद्धालु का हवाला देते हुए बताया, ‘‘पहले तो उन्होंने :हमलावरों ने: मंदिर पर पथराव किया जिसके कारण वह माजरा जानने के लिए बाहर निकले. हत्यारों ने तब उनपर झपट्टा मारा और उनका गला रेत दिया. पंचागढ पुलिस प्रमुख गियासुद्दीन अहमद ने घटनास्थल पर बताया कि वहां से फरार होने से पहले हत्यारों ने पकड़े जाने से बचने के लिए गोलियां चलाईं और देसी बम फेंके. पुजारी को बचाने आया पड़ोस का एक व्यक्ति इसमें घायल हो गया.

उन्होंने बताया कि हमलावरों की पहचान या हत्या के पीछे का मकसद स्पष्ट नहीं है. निश्चित रूप से जांच शुरु की जाएगी और कातिलों का पता लगाने के लिए तलाश शुरु की जायेगी. सुन्नी बहुल बांग्लादेश में हाल के महीनों में धार्मिक अल्पसंख्यकों पर सुनियोजित हमले हुए हैं जिसमें दो विदेशियों सहित नौ लोगों की मौत हुई और करीब 100 से अधिक लोग घायल हुए हैं.

सितंबर में ढाका में अज्ञात हमलावरों ने इतालवी सहायक कर्मी सीजर तावेला की हत्या कर दी थी और पांच दिन बाद जापानी किसान कुनीयो होशी की हत्या कर दी गई थी. इस्लामिक स्टेट से संबद्ध आतंकवादियों ने इन दोनों हत्यायों की जिम्मेदारी ली थी. उदारवादी सूफी संत खिजीर खान, प्रगतिवादी पुस्तक प्रकाशक फैजल आरेफिन दीपन और दरगाह के एक कार्यकर्ता की भी हत्या कर दी गई थी, जबकि हमले में दो ईसाई पादरी बाल बाल बच गये.

Next Article

Exit mobile version