तैयारी का सबसे अच्छा तरीका है टेस्ट देना

जेइइ मेन्स और एडवांस्ड 2014 में क्या कोई बदलाव हो रहा है? किस प्रकार बेहतर तैयारी को अंजाम देना चाहिए? रणनीति की रूपरेखा क्या होनी चाहिए? ऐसे कई बिंदुओं पर प्रकाश डाल रहे हैं बंसल ट्यूटोरियल, दिल्ली के सीनियर फिजिक्स फैकल्टी पवन कुमार.. इस बार जेइइ मेन्स और एडवांस्ड में किस तरह के बदलाव की […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 19, 2013 11:34 AM

जेइइ मेन्स और एडवांस्ड 2014 में क्या कोई बदलाव हो रहा है? किस प्रकार बेहतर तैयारी को अंजाम देना चाहिए? रणनीति की रूपरेखा क्या होनी चाहिए? ऐसे कई बिंदुओं पर प्रकाश डाल रहे हैं बंसल ट्यूटोरियल, दिल्ली के सीनियर फिजिक्स फैकल्टी पवन कुमार..

इस बार जेइइ मेन्स और एडवांस्ड में किस तरह के बदलाव की संभावना है?
जेइइ मेन्स और एडवांस्ड 2013 के आयोजन के दौरान, यह सोचा गया था कि 2014 में जेइइ एडवांस्ड को सब्जेक्टिव रखा जाये. क्योंकि जेइइ मेन्स ऑब्जेक्टिव पेपर है. ऐसे में एक ही पैटर्न पर दो बार विद्यार्थियों की जांच करने से कोई विशेष लाभ नहीं होता है. पर इस बार यह लागू नहीं हुआ. इस बार परीक्षा पिछली बार की तर्ज पर ही होगी. जेइइ मेन्स के टॉप 1.5 लाख छात्र जेइइ एडवांस्ड का पेपर देंगे. इसे क्वालिफाइ करनेवालों को आइआइटी और आइएसएम में प्रवेश दिया जायेगा. आइआइटी में प्रवेश न लेनेवालों को इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ स्पेस टेकAोलॉजी (आइआइएसटी) कॉल करेगा. जेइइ एडवांस्ड क्वालिफाइ करने के साथ ही इन विद्यार्थियों का 12वीं कक्षा में संबंधित बोर्ड के टॉप 20 पर्सेटाइल में आना भी आवश्यक है.

जेइइ एडवांस्ड का कैसा है पेपर ?
जेइइ एडवांस्ड में दो पेपर होंगे. दोनों पेपर में 60-60 प्रश्न पूछे जायेंगे. फिजिक्स, केमिस्ट्री और मैथ्स से 20-20 प्रश्न आयेंगे. पेपर 1 में सभी विषयों से 20-20 प्रश्न अलग-अलग तरह के पूछे जायेंगे. शुरू के 10 सवाल ऑब्जेक्टिव के साथ-साथ सिंगल च्वॉइस होंगे. पांच मल्टीपल च्वॉइस होंगे. पांच इंटीजर प्रकार के होंगे. ये वस्तुनिष्ठ प्रकार के प्रश्न नहीं होते हैं.

जेइइ एडवांस्ड के पेपर 2 में तीनों विषयों से 20-20 प्रश्न आयेंगे. 10 प्रश्न कॉम्प्रीहेंशन के होंगे. 10 प्रश्न मल्टीपल च्वॉइस होंगे. मल्टीपल च्वॉइस में बदलाव संभव है. इसमें पांच मल्टीपल और पांच मेचिंग टाइप के प्रश्न हो सकते हैं.

जेइइ मेन्स की तैयारी किस प्रकार करना बेहतर होगा?
फिलहाल विद्यार्थियों को जनवरी तक जेइइ एडवांस्ड की तैयारी करनी चाहिए. वैसे मेन्स और एडवांस्ड दोनों का पाठ्यक्रम एक ही है. मेन्स के पाठ्यक्रम में सीबीएसइ की कक्षा 11वीं और 12वीं का पूरा पाठ्यक्रम शामिल है. जबकि एडवांस्ड में आइआइटी का अपना पाठ्यक्रम है. इसके बारे में जेइइ एडवांस्ड 2014 के प्रॉस्पेक्ट्स में विस्तार से दिया गया है. वैसे, इसका 90 फीसदी पाठ्यक्रम मेन्स का ही है. बस 10 फीसदी पाठ्यक्रम मॉडिफाइड है. इसलिए जनवरी तक कठिन प्रश्नों को हल करें. जनवरी के बाद मेन्स और बोर्ड की तैयारी करें. क्योंकि मेन्स और बोर्ड का पाठ्यक्रम एक ही है और एडवांस्ड के लिए जेइइ मेन्स को अच्छे स्कोर से पास करना जरूरी है.

फरवरी से बोर्ड पर ज्यादा फोकस करें, क्योंकि मेन्स में 40 पर्सेट बोर्ड के अंकों को महत्व दिया जाता है. दूसरी बात यह है कि दोनों का पाठ्यक्रम एक ही है. इसलिए विद्यार्थियों को पूरे सप्ताह बोर्ड की तैयारी अच्छे से करनी चाहिए. बस मेन्स की तैयारी के लिए रोज पिछले वर्षो का एक पेपर हल करें. जो समस्या आये, उसे शिक्षकों के माध्यम से दूर करें.

इसके लिए टाइम मैनेजमेंट बहुत जरूरी है. क्योंकि बोर्ड और मेन्स के पेपर के बीच गैप बहुत कम होता है, इसलिए एक साथ दोनों की तैयारी करना भी बहुत जरूरी है.

जेइइ एडवांस्ड की तैयारी के लिए क्या खास करना जरूरी है?
जैसा कि पहले कहा गया है कि जेइइ एडवांस्ड की तैयारी के लिए जनवरी अंत तक का समय आपके पास है. इसलिए अब तक जो थ्योरी पढ़ी है, उससे संबंधित प्रश्न इस दौरान हल कीजिए. इसके लिए 2001 के बाद के प्रश्नपत्रों की मदद लें. इससे एडवांस्ड के पैटर्न को समझने में भी आसानी होगी. याद रखें कि तैयारी का सबसे अच्छा तरीका टेस्ट देना होता है. इसके लिए बीते वर्षो के पेपर या कोचिंग द्वारा कराये जानेवाले टेस्ट पेपर का सहारा अवश्य लें.

पवन कुमार
सीनियर फिजिक्स फैकल्टी, बंसल ट्यूटोरियल्स,दिल्ली. (आइआइटी, कानपुर से बीटेक)

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