लंदन : ब्रितानी विदेश मंत्री फिलीप हेमंड का कहना है कि अमेरिका और रुस द्वारा घोषित सीरियाई संघर्षविराम तभी काम करेगा, जब सीरियाई शासन और रुस की ओर से ‘‘व्यवहार में बडा बदलाव’ लाया जाएगा. उन्होंने कल कहा, ‘‘यह तभी सफल होगा, जब सीरियाई शासन और इसके समर्थकों के व्यवहार में बडा बदलाव आएगा.’ उन्होंने कहा, ‘‘विशेष तौर पर रुस को सीरियाई नागरिकों और नरमपंथी विपक्षी समूहों पर अपने हमले बंद करके इस समझौते का सम्मान करना चाहिए.’
अमेरिका और रुस ने कल ‘‘शत्रुताओं के खात्मे’ की घोषणा की थी और संकेत दिया था कि यह समझौता शनिवार 27 फरवरी को लागू होगा. इस्लामिक स्टेट, नुसरा फ्रंट और संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की ओर से आतंकी संगठन करार दिए गए अन्य समूह इस समझौते से बाहर हैं. हेमंड ने इस समझौते का स्वागत किया लेकिन साथ ही कहा कि रुस को ‘‘स्पष्ट तौर पर दाएश (आईएस) को और अंतरराष्ट्रीय समुदाय की ओर से आतंकी करार दिए गए लोगों को निशाना बनाकर’ अपना समर्पण दिखाना चाहिए.
उन्होंने कहा, कि यह समझौता ‘‘सीरिया में हिंसा के भयावह स्तर को घटाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है.’