-बजट डेस्क-
रेल मंत्री सुरेश प्रभु ने आज संसद में रेल बजट पेश किया. पूरे बजट के दौरान रेल मंत्री ने सफर को ज्यादा आनंददायक बनाने, यात्री सुविधा बढ़ाने व रेलवे के लिए आय के नये स्त्रोत को पैदा करने पर जोर दिया. हालांकि पूर्व रेल मंत्रियों ने इस बजट पर निराशा जतायी और कहा कि इसमें कुछ भी नयी नहीं है. रेल मंत्री सुरेश प्रभु के पास रेल को पटरी पर लाने के लिए कोई नया आइडिया नहीं है.
पवन बंसल –यूपीए सरकार में रेल मंत्री रहे पवन बंसल ने कहा कि बजट में कुछ भी नया नहीं पेश किया गया, लगभग सारी योजनाएं कांग्रेस सरकार की थी, सिर्फ नये ढंग से पैकेजिंग किया गया है.
लालू प्रसाद यादव- पूर्वमंत्री लालू यादवने कहा कि मंत्री ने यह नहीं बताया कि रेलवे के लिए पैसा कहां से लाया जायेगा. उन्होंने कहा कि यह सिर्फ सरकार की साजिश है. वह रेलवे को विदेशी कंपनियों के हाथों सौंपना चाहती है. कुछ दिनों बाद रेलवे जापान के हाथों में होगा. रेलवे भारत की लाइफलाइन है , लेकिन रेल पटरी से उतर गयी है.
सदानंद गौड़ा- सुरेश प्रभु से पहले रेल मंत्री सदानंद गौड़ा ने रेल बजट में अपनी राय व्यक्त करते हुए कहा कि अच्छा बजट है, आने वाले सालों में इसके अच्छे परिणाम देखे जायेंगे.
दिनेश त्रिवेदी – यूपीए सरकार में रेल मंत्री दिनेश त्रिवेदी ने रेल बजट के बारे में राय रखते हुए कहाकि यह विजन बजट नहीं है, बल्कि यह इलुजन बजट है. रेल मंत्री सुरेश प्रभु ने यह नहीं दिखाया है कि पिछले साल जो घोषणाएं हुई ,वो कहां तक पहुंची.
नीतीश कुमार – रेल बजट के बारे में कहना चाहूंगा कि कुछ भी नया नहीं है. रेल किराया नहीं बढ़ाया गया, तो इसमें सरकार का कोई योगदान नहीं है. तेल की कीमत लगातार गिरने के कारण रेल किराया नहीं बढ़ा है.