वाशिंगटन : पाकिस्तान के परमाणु हथियारों को लेकर अमेरिका काफी चिंतित है. इस बात की जानकारी पेंटागन के एक शीर्ष अधिकारी ने दी है. उन्होंने कहा कि अमेरिका पाकिस्तान के तेजी से बढते परमाणु हथियारों के जखीरे को लेकर चिंतित है, जो विकसित होते कारकों के साथ मिलकर ‘दुर्घटना’ का खतरा बढा देता है.
डिफेंस इंटेलिजेंस एजेंसी के निदेशक लेफ्टिनेंट जनरल विंसेंट स्टीवर्ट ने कांग्रेस की एक सुनवाई के दौरान सांसदों को बताया, ‘‘पाकिस्तान का परमाणु भंडार लगातार बढ रहा है. हम इस वृद्धि से तो चिंतित हैं ही, साथ ही साथ हम सामरिक परमाणु हथियारों से जुडे कारकों के विकास को लेकर भी चिंतित हैं. इससे किसी घटना या दुर्घटना का खतरा बढ जाता है.” वैश्विक खतरों पर सदन की सशस्त्र सेवा समिति के समक्ष स्टीवर्ट ने कहा, ‘‘इस्लामाबाद अपनी परमाणु सुरक्षा में सुधार लाने के लिए लगातार कदम उठा रहा है और वह अपने कार्यक्रम पर चरमपंथियों के कारण मंडराने वाले खतरे से वाकिफ है.”
उन्होंने कहा कि पाकिस्तान को इस साल आतंकी, कट्टरपंथी और अलगाववादी समूहों से आंतरिक सुरक्षा के खतरों का सामना करना पडेगा. उन्होंने कहा कि खोरासन में आईएसआईएस और भारतीय उपमहाद्वीप में अल-कायदा भी इस्लामाबाद के लिए सुरक्षा से जुडी बडी चिंता का विषय बने रहेंगे. उन्होंने कहा कि पाकिस्तान की पश्चिमी सीमा पर उग्रवाद रोधी अभियानों और कराची में अर्द्धसैन्य अभियानों को हिंसा में कमी लाने में कुछ सफलता मिली थी और इन अभियानों के जारी रहने की संभावना है.