वाशिंगटन : अमेरिकी राष्ट्रपति पद के चुनाव में रिपब्लिकन पार्टी की ओर से राष्ट्रपति पद की उम्मीदवारी के अग्रणी दावेदार डोनाल्ड ट्रंप पर हमला करने वाले प्रदर्शनकारी ने अपना संबंध आतंकी संगठन आईएसआईएस से होने से इनकार किया है. ट्रंप पर सुरक्षा घेरा तोडकर पहुंचने वाले प्रदर्शनकारी ने उस दावे को खारिज किया है जिसमें उन्होंने व्यक्ति को इस्लामिक स्टेट का समर्थक बताया था. व्यक्ति ने कहा है कि उसने यह योजना बना रखी थी कि वह माइक्रोफोन छीनेगा और ट्रंप को यह बताएगा कि वह एक नस्लवादी हैं. बहरहाल इस दौरान किसी को नुकसान पहुंचाने की उसकी कोई मंशा नहीं थी.
थॉमस डिमैसिमो (22) ने कहा, ‘‘मैं आईएसआईएस का सदस्य नहीं हूं. आईएसआईएस के साथ मेरा कोई संबंध नहीं है. मैं देश से कभी बाहर नहीं गया और मैं केवल अंग्रेजी बोलता हूं.” डिमैसिमो ने कहा कि उसने ट्रंप के मंच की ओर भागने उनका माइक लेने की कोशिश की क्योंकि वह ट्रंप के खिलाफ संदेश देना चाहता था. सीएनएन ने व्यक्ति के हवाले से बताया, ‘‘मुझे लगा कि मंच पर जाकर ट्रंप से उनका माइक्रोफोन छीन करके सभी देशवासियों को मैं एक संदेश दे सकता हूं.” ओहायो, डायटन में सुरक्षा घेरा तोडने की घटना के कुछ घंटे बाद अदालत ने प्रदर्शनकारी को छोड दिया. ट्रंप (69) ने दावा किया था कि वह आईएसआईएस का समर्थक है.
डिमैसिमो की टिप्पणी के बारे में पूछे जाने पर ट्रंप ने कहा, ‘‘मैं जो कुछ भी जानता हूं वह इंटरनेट की सूचना के आधार पर है.” अमेरिकी मीडिया ने खबर दी कि इंटरनेट पर उपलब्ध सूचना, खासकर छेडछाड किया गया एक वीडियो संभवत: ट्रम्प की सूचना का स्रोत हो. मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, डायटन में राइट स्टेट यूनिवर्सिटी का छात्र डिमैसिमो ‘ब्लैक लाइव्स मैटर’ आंदोलन और सोशल मीडिया पर बर्नी सैंडर्स का समर्थक रहा है.