राधानाथ स्वामी रांची में, आज जिन्हें सुनेंगे

– हरिवंश – स्वामी राधानाथ जी आज रांची में हैं. दुनिया भर में जिस पुस्तक की आज धूम है, द जर्नी होम-ऑटोबायोग्राफी आफ एन अमेरिकन स्वामी (हिंदी में अनोखा सफर-एक अमेरिकी स्वामी की आत्मकथा) के लेखक. यह महज पुस्तक नहीं है. 1970 के दौर में अमेरिका में जो हिप्पी आंदोलन हुआ, जो यथास्थिति के खिलाफ […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 24, 2013 6:16 AM

– हरिवंश –

स्वामी राधानाथ जी आज रांची में हैं. दुनिया भर में जिस पुस्तक की आज धूम है, द जर्नी होम-ऑटोबायोग्राफी आफ एन अमेरिकन स्वामी (हिंदी में अनोखा सफर-एक अमेरिकी स्वामी की आत्मकथा) के लेखक. यह महज पुस्तक नहीं है. 1970 के दौर में अमेरिका में जो हिप्पी आंदोलन हुआ, जो यथास्थिति के खिलाफ संपूर्ण विद्रोह था, नकार था, उससे प्रभावित एक बेचैन युवक के जीवन अनुभव का दस्तावेज है.

क्या जीवन वही सबकुछ है, जिसे हम बाह्य तरीके से देखते हैं? जो हमारी नजरों के सामने है? या इस दृष्टि से पार भी कुछ है? हम क्यों जन्मते हैं? यह जीवन सोद्देश्य है या निरुद्देश्य? इसकी तलाश है, इस पुस्तक में! आज भोग में ही सुख और आनंद की तलाश है.

पर बहुत पहले बीमार और उपभोक्तावाद की सभ्यता को विनोबा जी ने इंद्रियजीवी कहा था. आज वह उत्कर्ष पर है. धन में ही मुक्ति की तलाश है. इसलिए बेचैनी है. तनाव है. मानसिक बीमारी है. डिप्रेशन है. जीवन में भी, समाज में भी.

पर क्या जीवन यही है या इसके पार भी जीवन में कुछ है? अनोखा सफर (द जर्नी होम) एक ऐसे व्यक्ति का अनुभव संकलन है, जो जीवन के अर्थ की तलाश करते हैं. होने (बीइंग) का मर्म जानना चाहते हैं! इस प्रक्रिया में उन्हें विलक्षण अनुभव होते हैं. वह अमेरिका से लंदन आते हैं.

लंदन से बिना धन और सुविधाओं के बस, ऊंट, पैदल या नाव से चल कर कई महीनों बाद भारत पहुंचते हैं. हिमालय में उन्हें विलक्षण संत मिलते हैं. वह कठोर साधना करते हैं. वह भारत और नेपाल के दुर्गम हिस्सों में जाते हैं. पग-पग पर मौत का सामना करते. महीनों गंगा किनारे जल पीकर और रोज एक गाजर खाकर तप करते हैं. विलक्षण साधु-संतों से मिलते हैं, जो उनके अतीत के बारे में सब कुछ बता देते हैं.

भविष्य का संकेत भी देते हैं. सच्चे,अर्थपूर्ण और अद्भुत अनुभव, हरेक इंसान के लिए प्रेरक, पर खासतौर से युवा पीढ़ी को जीवन का सही अर्थ बताते हैं. दिशा देते हैं. जीने की राह दिखाते हैं.

– ‘प्रभात खबर’ कार्यालय में रविवार व सोमवार को भारी संख्या में पास के लिए इच्छुक श्रोता आये. चूंकि पास पहले ही बंट चुके थे, इसलिए हमें क्षमा मांगनी पड़ी. श्रोताओं से आग्रह है कि वे जिस क्रम में आयेंगे, उसी क्रम में बैठने की व्यवस्था है.

– सुरक्षा कारणों से कृपया ब्रीफकेस, बैग या कैमरा आदि कोई इलेक्ट्रानिक सामान अपने साथ न लायें

– कृपया अपना मोबाइल फोन बंद रखें

– स्वामी जी के संवाद कार्यक्रम के दौरान शांति और मौन बनाये रखें

कार्यक्रमशुरूहोनेकेआधेघंटेपूर्वयानीशाम05.30बजेसेहीस्वामीजीकेसाथआयेउनकेअनुयायीभजन-कीर्तन काकार्यक्रमकरेंगे.इसलिए,इससेपहलेहीअपनास्थानग्रहणकरलें.

तिथि

24दिसंबर2013

कार्यक्रम

शाम6.00बजेसे

स्थान

जिमखानाक्लब,रांची

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