ये है परदे के पीछे की होली

अनुप्रिया अनंत कई हिंदी फिल्मों की सफलता में होली के गीतों की अहम भूमिका रही है. इसे हंगामेदार बनाने में ऑफ स्क्रीन कलाकारों को खास मशक्कत करनी पड़ी है. ऐसे ही कुछ कलाकार शेयर कर रहे हैं होली से जुड़ी दिलचस्प बातें. फिल्म ये जवानी है दीवानी फिल्म के गीत बलम पिचकारी की मेकिंग के […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | March 24, 2016 11:38 PM
अनुप्रिया अनंत
कई हिंदी फिल्मों की सफलता में होली के गीतों की अहम भूमिका रही है. इसे हंगामेदार बनाने में ऑफ स्क्रीन कलाकारों को खास मशक्कत करनी पड़ी है. ऐसे ही कुछ कलाकार शेयर कर रहे हैं होली से जुड़ी दिलचस्प बातें.
फिल्म ये जवानी है दीवानी
फिल्म के गीत बलम पिचकारी की मेकिंग के पीछे की रोचक बात निर्देशक अयान मुखर्जी ने शेयर की. रणबीर को रंगों से एलर्जी है और जितनी बार टेक होते, वे फौरन चेहरा धो लेते. हमने वहां रंगों से भरा टब बना रखा था. जिसे भी मौका मिलता, एक-दूसरे को उसमें डाल दे रहे थे. सबसे ज्यादा मस्ती मैंने की. जो भी साफ होकर आता, मैं दोबारा उसे रंग लगा देता. मुझे बहुत मजा आया.
खास बात यह भी थी कि मैंने किसी को कहा नहीं था कि गाने की शूटिंग पूरी हो चुकी है. लेकिन, एक दिन का और शूट रख दिया था. उस दिन हमने कीचड़, रंग से भरी बालटी तैयार करके रखी थी और जम कर सारे स्टार्स को नहलाया था. वे सोच रहे थे कि शूटिंग है, लेकिन माजरा तो कुछ और ही था.
– अयान मुखर्जी, निर्देशक
फिल्म डर
पंडारी दादा फिल्म डर के प्रमुख मेकअप आर्टिस्ट थे. वे बताते हैं कि यश चोपड़ा होलीवाले गीत को खास तरीके से फिल्माना चाहते थे. चूंकि इससे पहले सिलसिला में भी होली के गाने को फिल्माया था. लेकिन वह चाहते थे कि यह गाना नकल न लगे. खास तौर से अभिनेत्रियां अपने बालों और चेहरे को लेकर सजग रहती हैं.
होली के गानों की शूटिंग होती, तो हमारी कोशिश होती कि उनके बालों में चोटी कर दें, ताकि बालों में अबीर-रंग न लगे और आसानी से वॉश के हो जाये. आप गौर करें, तो डर के गाने में जूही ने बालों को बांधे रखा है और दूसरी तरफ रेखा ने भी सिलसिला में चोटियां बनायी हैं. इस दौरान हम मोइश्जराइजर का सबसे ज्यादा इस्तेमाल करते थे. कंटीन्यूटी एक महत्वपूर्ण मुद्दा होता था. उसका ख्याल हम जरूर रखा करते थे.
– पंडारी दादा, डर के प्रमुख मेकअप आर्टिस्ट
फिल्म एक्शन रिप्ले
मुझे हमेशा ही होली के गीतों की कोरियोग्राफी करने में मजा आता है. फिल्म एक्शन रिप्ले का गीत तेरी तो कसम से कोयला… गीत की कोरियोग्राफी मैंने की थी और काफी एंजॉय किया. इस गीत में जो सबसे बड़ी चुनौती थी कि हम ग्रुप डांस कर रहे थे और उस पर सबके स्टेप्स एक साथ मैच करने जरूरी थी. फिर जमीन पर बहुत सारी रंगोली बनी हुई थी.
जो हर बार गुलाल के उड़ने से गंदी हो जा रही थी. उसे हर बार साफ करना पड़ रहा था. इस गाने के साथ एक खास बात यह हुई थी. चूंकि उस वक्त मुंबई में पानी की समस्या बढ़ी हुई थी, तो ऐश्वर्य और निर्देशक ने तय किया था कि पूरे गाने में सुखे अबीर के साथ ही यह गीत शूट किया जाये और ऐसा ही हुआ.
– गणेश आचार्य, कोरियोग्राफर
फिल्म शोले और बागवान
अमिताभ बच्चन का और हिंदी फिल्मों में होली के गीत का खास संबंध रहा है. होली के ज्यादातर लोकप्रिय गीत अमिताभ के खाते में ही गये हैं. लंबे अरसे से उनके पर्सनल मेकअप आर्टिस्ट दीपक सावंत उस दौर के साक्षी रहे हैं.
वे बताते हैं कि जब भी होली के गीत या किसी सीन की शूटिंग होती है, तो मेकअप मैन की बड़ी जिम्मेदारी होती है कि वह कलाकार की त्वचा को नुकसान न हो और अगले दिन भी वे उसी कंटीन्यूटी में नजर आ सकें. शोले के गीत ‘होली के दिन दिल’ के लिए मैंने अमिताभ जी का खास तरह से मेकअप किया था. बागवान के गीत ‘होली खेले रघुवीरा’ के लिए भी ऐसा मेकअप किया था, जिससे रंग उस पर न चढ़े और आसानी से उतर जाये. हमलोग भी स्टार्स के मेकअप से पहले उनकी त्वचा पर तेल लगाते हैं, ताकि रंग पकड़े नहीं. कितने भी नेचुरल कलर हों, अगर ड्राइ कलर त्वचा पर रहेगी तो बिना तेल के रंग उतारना कठिन होता ही है.
तो हम तेल जरूर लगाते हैं. दीपक बताते हैं कि होली के गानों की शूटिंग की सबसे खास बात यह रही है कि पूरे माहौल में अजीब-सी मस्ती छाई रहती है और अमिताभ का पसंदीदा त्योहार है होली. वे इसका जम कर आनंद उठाते हैं. उनके चेहरे पर वह रौनक और चमक अब भी दिखाई देती है.
– दीपक सावंत, पर्सनल मेकअप आर्टिस्ट
आरके स्टूडियो की होली
आरके स्टूडियो की होली अपने दौर में बेहद चर्चित थी. जिस जमाने में राज कपूर साहब जीवित थे, वे हर साल होली का बड़ा सेलिब्रेशन करते थे. इस पार्टी में अमिताभ बच्चन, शत्रुघ्न सिन्हा, जीतेंद्र, प्रेम चोपड़ा, शंकर जयकिशन, कथक डांसर्स जरूर रहते थे. इस होली पार्टी की खासियत रहती थी कि राज कपूर अपने अंदाज में पार्टी करते थे. जम कर रंग खेलते थे. न सिर्फ राज कपूर, बल्कि उनके भाई शशि कपूर और शम्मी कपूर भी इसका खूब आनंद लेते थे.
अब नहीं होती होली पार्टी : किसी दौर में अमिताभ बच्चन के घर पर भी होली की बड़ी पार्टी रखी जाती थी. लेकिन जिस वर्ष उनकी माताजी तेजी बच्चन बीमार पड़ीं, उस वर्ष से अमिताभ बच्चन ने होली की पार्टी का आयोजन बंद कर दिया. किसी दौर में शाहरुख और गौरी खान भी अपने घर पर होली की पार्टी का आयोजन करते थे.
सुभाष घई भी अपने मुंबई के मड स्थित बंगले में होली का बड़ा आयोजन करते थे, जहां इंडस्ट्री के सभी बड़े घराने के लोग आया करते थे. लेकिन अब उन्होंने भी आयोजन बंद कर दिया है. इस क्रम में जावेद साहब और शबाना आजमी ही हैं, जो होली का अब भी जम कर सेलिब्रेशन करते हैं. 40 साल से वह इस परंपरा का निर्वाहन कर रहे हैं.

Next Article

Exit mobile version