डांस देता है मुङो खुशी
हफ्ते में तीन दिन कथक की प्रैक्टिसमैं हर दिन एक घंटे एक्सरसाइज करती हूं. यह शेडय़ूल हफ्ते में पांच दिन तक चलता है. चाहे कुछ भी हो और मैं कही भी रहूं, मैं एक्सरसाइज के लिए समय निकाल ही लेती हूं. दो दिन मैं पति और बच्चों को देती हूं. मेरी फिटनेस का एक राज […]
हफ्ते में तीन दिन कथक की प्रैक्टिस
मैं हर दिन एक घंटे एक्सरसाइज करती हूं. यह शेडय़ूल हफ्ते में पांच दिन तक चलता है. चाहे कुछ भी हो और मैं कही भी रहूं, मैं एक्सरसाइज के लिए समय निकाल ही लेती हूं. दो दिन मैं पति और बच्चों को देती हूं. मेरी फिटनेस का एक राज कथक डांस भी है. मैं हफ्ते में तीन दिन कथक की प्रैक्टिस करती हूं. यह मेरे लिए ऐसी एक्सरसाइज है, जो मुङो थकावट से ज्यादा खुशी देता है, अध्यात्म से जोड़ता है. यह कार्डियो वर्कआउट भी है जिससे पूरे शरीर में ब्लड सकरुलेशन तेज होता है और चेहरा दमकता है. इसके अलावा खुद को फिट रखने के लिए मैं योग भी करती हूं.
कॉफी-चाय से खुद को रखती हूं दूर
मैं दिन में पांच से छह बार खाती हूं, लेकिन थोड़ी-थोड़ी. मेरी डाइट में काबरेहाइड्रेट कम और प्रोटीन की मात्र सबसे ज्यादा होती है. साग-सब्जी और डेयरी प्रोडक्ट को अपने खान-पान में ज्यादा शामिल करती हूं. रात को आठ बजे से पहले मैं डिनर कर लेती हूं. इसके बाद भी भूख लगती है, तो सूप या सलाद लेती हूं. मेरा मानना है कि जब भी भूख लगे खाना चाहिए, लेकिन संतुलित मात्र में. इसके साथ ही टाइम मैनेजमेंट भी बेहद जरूरी है. खाने के बीच दो घंटे का अंतराल होना ही चाहिए. चाहे गर्मी हो या सर्दी, मैं पानी खूब पीती हूं. हां, कॉफी और चाय से तो खुद को दूर ही रखती हूं. अंत में कहना चाहूंगी कि अच्छा खाइए, अच्छे से खाइए और मीठी नींद लीजिए, तो आप जरूर फिट रहेंगे.
रिपोर्ट : मुंबई से उर्मिला कोरी