रियाद : प्रधानमंत्रीनरेंद्र मोदी तेल की प्रचुरता वाले देश सउदी अरब की दो दिवसीय यात्रा परशनिवार को यहां पहुंच गये हैं. सऊदी अरब के रियाद में भारतीय समुदाय को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा, प्रतिकूल वैश्विक परिस्थितियों के बावजूद भारत ने अपनी अर्थव्यवस्था को मजबूत बना कर दुनिया में ‘नयी उम्मीदें’ जगाई हैं और इसीलिए कई लोग इसे ‘प्रकाशपुंज’ बता रहे हैं.
प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत के पास दुनिया को देने के लिए काफी कुछ है विशेष तौर पर प्रतिभावान एवं हुनरमंद श्रमशक्ति के रूप में और उनकी सरकार ‘सबका साथ, सबका विकास’ के मंत्र को लेकर इस दिशा में आगे बढ़ रही है. सउदी अरब की दो दिवसीय यात्रा पर आज यहां पहुंचे मोदी ने भारतीय समुदाय को संबोधित करते हुए कहा कि पहले दुनिया की नजरों में भारत अन्य देशों में से एक देश भर था लेकिन अब यह ‘एक महत्वपूर्ण देश’ बन गया है. मोदी ने कहा, वैश्विक स्तर पर प्रतिकूल परिस्थितियों के बावजूद भारत ने अपनी अर्थव्यवस्था मजबूत बनाई है. आज भारत आर्थिक रूप से प्रगति कर रहा है और दुनिया हमारी ओर देख रही है.
सौ करोड़ से अधिक लोगों का देश काफी कुछ कर सकता है. प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत ने अपने लोकतांत्रिक मूल्यों और सरकार के ‘सबका साथ, सबका विकास के मंत्र के कारण नयी उम्मीदें जगाई और ‘नया उत्साह’ पैदा किया है. उन्होंने कहा कि विश्व बैंक और सभी रेटिंग एजेंसियोंं का कहना है कि भारत के आर्थिक विकास ने ‘उम्मीद की किरण’ जगाई है और कुछ भारत को ‘प्रकाशपुंज’ बता रहे हैं.
इस यात्रा के दौरान दोनों देश अपने सामरिक भागीदारी को मजबूत करने के समझौते करने के साथ ही सुरक्षा और आतंकवाद से निपटने के क्षेत्र में आपसी सहयोग को बढावा देने पर जोर देंगे. मोदी और सउदी नेतृत्व के बीच होने वाली वार्ताओं में आतंकवाद और कट्टरवाद के खतरों से निपटने का विषय प्रमुख रहेगा.
सउदी अरब इस्लाम का आध्यात्मिक स्थल माना जाता है जिसने हाल ही में आतंकवाद खासकर आइएसआइएस के खिलाफ लड़ने के लिए 34 मुस्लिम देशों का एकबड़ा गंठबंधन बनाया है. विश्व के सबसेबड़े तेल उत्पादक देशों में से एक सउदी अरब के साथ भारत के संबंध पिछले दो दशकों में काफी प्रगाढ़ हुए हैं. उर्जा संबंधों पर आधारित इन रिश्तों को अब खरीदार और बेचने वाले से आगे बढ़कर संयुक्त उद्यमों, रिफयनरियों तथा तेल क्षेत्र में निवेश की ओर विकसित करने के प्रयास होंगे. इस संदर्भ में मोदी इस खाड़ी देश में तेल एवं गैस उत्खनन में भारतीय कंपनियों की भागीदारी को और गहरा करने का प्रयास करेंगे.
कच्चे तेल के दामों में कमी के कारण सउदी अरब की अर्थव्यवस्था पिछले दिनों मंदी के दौर से गुजर रहा है. सउदी अरब के पाकिस्तान के साथ बहुत नजदीकी संबंध है और भारत, पाकिस्तान आधारित आतंकी समूहों द्वारा किये जाने वाले हमलों के विषय को भी सउदी नेतृत्व के समक्ष उठा सकता है. मोदी, सउदी अरब जाने वाले चौथे प्रधानमंत्री है. इससे पहले 2010 में डॉ मनमोहन सिंह, 1982 में इंदिरा गांधी और 1956 में जवाहर लाल नेहरू यहां आए थे.