असम विधानसभा चुनाव के पहले चरण में राज्य की 126 सीटों में से 65 पर मतदान शुरू हो रहा है.
मुख्य मुक़ाबला राज्य में पिछले 15 साल से सत्तारूढ़ कांग्रेस, भाजपा-असम गण परिषद (एजीपी)- बोडो पिपुल्स फ्रंट (बीपीएफ) के गठबंधन और ऑल इंडिया यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट (एआईयूडीएफ़) के बीच है.
पहले चरण में राज्य में सत्तारूढ़ कांग्रेस, भाजपा और असम गण परिषद के कई दिग्गजों की प्रतिष्ठा दांव पर है.
मुख्यमंत्री तरुण गोगोई तिताबोर विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ रहे हैं. भाजपा ने उनके मुक़ाबले जोरहाट से लोकसभा सदस्य कामाख्या प्रसाद तासा को मैदान में उतारा है.
विधानसभा के अध्यक्ष प्रणब गोगोइ शिबसागर विधानसभा सीट से चुनाव लड़ रहे हैं.
तरुण गोगोई मंत्रिमंडल के सदस्य गौतम रॉय, शरत बारकोटोकी, अजंता नियोग, खोरसिंह इंग्टी, सिद्दीकी अहमद, बिस्मिता गोगोई, सुमित्रा पत्रि और गिरिंद्र मलिक भी पहले चरण में चुनाव मैदान में हैं.
इनके अलावा पूर्व केंद्रीय मंत्री पवन सिंह घटावार भी पहले चरण में कांग्रेस के प्रमुख उम्मीदवारों में शामिल हैं.
वहीं भाजपा के प्रमुख उम्मीदवारों में उसके मुख्यमंत्री पद के दावेदार और केंद्रीय मंत्री सर्बानंद सोनोवाल का नाम प्रमुख है. वो मजूली सीट से चुनाव लड़ रहे हैं.
उनके अलावा जोरहाट से लोकसभा सांसद कामाख्या प्रसाद तासा भाजपा के टिकट पर तिताबोर से चुनाव मैदान में हैं.
इसके अलावा भाजपा विधायक प्रशांत फुकन और दिलीप पॉल भी पहले चरण में उम्मीदवार हैं.
असम गण परिषद की सरकार में मंत्री रहे हितेन गोस्वामी, पार्टी के निवर्तमान विधायक पद्मा हजारिका, नाबा डोले के नाम पहले चरण के प्रमुख उम्मीदवारों में शामिल हैं.
वहीं कांग्रेस के बागी और अयोग्य घोषित किए गए कांग्रेस विधायक कृपानाथ मल्लाह, बोलिन चेतिया और पल्लब लोचन दास भी पहले चरण में दांव आजमा रहे हैं. इसके अलावा उल्फा के पूर्व उग्रवादी कुशल डुवरी भी चुनाव मैदान में हैं.
एजीपी के कार्यकारी अध्यक्ष अतुल बोरा, निवर्तमान विधायक केशब महंत और उत्पल दत्त मैदान में हैं.
पहले चरण में कांग्रेस सभी 65, भाजपा-54, एजीपी-11, बीपीएफ-तीन, एआईडीयूएफ़-27, भाकपा और माकपा 10-10 सीटों पर चुनाव लड़ रही हैं.
इस चरण में कुल 539 उम्मीदवार चुनाव मैदान में है. इनमें 496 पुरुष और 43 महिलाएं हैं.
(बीबीसी हिन्दी के एंड्रॉएड ऐप के लिए आप यहां क्लिक कर सकते हैं. आप हमें फ़ेसबुक और ट्विटर पर फ़ॉलो भी कर सकते हैं.)