अमृता राव नहीं बनना : प्रीतिका राव

प्रीतिका राव के लिए टेलीविजन की दुनिया नयी है, लेकिन उन्होंने साउथ की कई फिल्में की हैं. प्रीतिका भले ही अमृता राव की बहन हैं, लेकिन वह अपनी पहचान उनसे अलग बनाना चाहती हैं. जल्द ही कलर्स के शो ‘बेइंतहा’ से वह छोटे परदे पर शुरुआत कर रही हैं. पेश हैं अनुप्रिया अनंत से हुई […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 27, 2013 12:19 PM

प्रीतिका राव के लिए टेलीविजन की दुनिया नयी है, लेकिन उन्होंने साउथ की कई फिल्में की हैं. प्रीतिका भले ही अमृता राव की बहन हैं, लेकिन वह अपनी पहचान उनसे अलग बनाना चाहती हैं. जल्द ही कलर्स के शो ‘बेइंतहा’ से वह छोटे परदे पर शुरुआत कर रही हैं. पेश हैं अनुप्रिया अनंत से हुई बातचीत के मुख्य अंश.

प्रीतिका, अचानक फिल्मों से टीवी पर आने के बारे में कैसे तय किया?
मैंने साउथ की फिल्मों में काम किया है और हर अभिनेत्री का सपना होता है कि उसे बड़े परदे पर ज्यादा मौके मिले. लेकिन मेरा मानना है कि अगर आप सही तरीके से मेहनत कर रहे हैं, तो छोटे परदे पर आपकी पहचान जल्दी बन जाती है. जबकि फिल्मों में कई साल लग जाते हैं. इसीलिए टेलीविजन के लिए हामी भरी. वैसे मुझें मॉडलिंग पसंद था, लेकिन लगा कि कुछ सालों के बाद लाइफ मोनोटोनस हो गयी है, तो फिर मैंने कुछ अलग करने के बारे में सोचा.

आप अमृता राव की बहन हैं, तो उनसे अपनी तुलना के लिए आप तैयार हैं?
बिल्कुल. खुद मैं कई सालों से यही करती आ रही हूं. मैं भी आमिर खान से इमरान खान की तुलना करती हूं, तो जानती हूं कि मेरे साथ भी ऐसा ही होगा और मुझें इस बात से कोई परेशानी नहीं है. अमृता ने पहले ही यह सब बताया था और मैं खुद फिल्म जर्नलिस्ट रह चुकी हूं. जानती हूं कि क्या क्या चीजें हो सकती हैं. किस तरह की बातें बनेंगी. लेकिन मैं हर तरह से इन सभी बातों के लिए तैयार हूं.

आप फिल्म जर्नलिस्ट रही हैं और अब आपके बारे में भी तरह-तरह की खबरें आयेंगी. इस बारे में अब आप क्या सोचती हैं?
जैसा कि मैंने कहा कि मैं फिल्म जर्नलिस्ट हूं, तो जानती हूं कि खबरें कैसे बनती हैं और उनका कितना असर होता है. सो, सारे कदम सोच-समझ कर ही लूंगी. कोशिश होगी कि सही बातें ही मीडिया में आये.

आपकी और अमृता की बांडिंग कैसी है?
बहुत अच्छी. वह अच्छी दोस्त है और गाइड भी. मुझें काफी चीजें बताती रहती है. बचपन में अमृता काफी शैतान थी. स्कूल में भी. लेकिन हम दोनों ही बहनें काफी मस्ती भी किया करते थे. उसका सपोर्ट मुझें हमेशा मिलता है. हां, कोई प्रोजेक्ट लेने से पहले उससे सलाह जरूर लेती हूं. आखिर वह मेरी सीनियर भी है.

साउथ की फिल्मों में कैसा अनुभव रहा?
मेरे लिए साउथ इंडस्ट्री ट्रेनिंग इंस्टीटयूट की तरह रही. वहां अभिनय की बारीकी सीखी. लोग मुझें धीरे-धीरे जानने लगे.

अमृता राव की कौन-सी फिल्में पसंद हैं? अगर वैसे रोल निभाने के मौके मिले तो करेंगी?
विवाह, वेलकम टू सज्जनपुर और मैं हूं न पसंद हैं. लेकिन जहां तक बात है अमृता के किरदार निभाने की, तो मैं नेक्स्ट अमृता नहीं बनना चाहती. अपनी पहचान खुद बनाऊंगी. मैं नहीं चाहती कि कोई मुझें उनकी फीलर के रूप में देखे.

‘बेइंतहा’ में आपका कैरेक्टर किस तरह का है?
एक मुसलिम लड़की का कैरेक्टर है, जो हालातों से मजबूर है. लेकिन फिर उसकी जिंदगी किस तरह मोड़ लेती है, यह शो इसी थीम पर आधारित है.

Next Article

Exit mobile version